UEFA नेशंस लीग 2025 का फाइनल मुकाबला सिर्फ फुटबॉल के लिए नहीं, बल्कि खेलों में जुनून और जज़्बे की मिसाल बन गया। पुर्तगाल ने जब स्पेन को पेनल्टी शूटआउट में हराकर दूसरी बार खिताब जीता, तो मैच के बाद क्रिस्टियानो रोनाल्डो के आंसू छलक उठे। यह दृश्य इतना भावुक था कि लोगों को विराट कोहली की आईपीएल जीत की याद दिला दी।
मैच का रोमांच और निर्णायक क्षण
जर्मनी के म्यूनिख स्थित एलियांज एरीना में रविवार को हुए इस फाइनल मुकाबले में पुर्तगाल और स्पेन के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली। निर्धारित 90 मिनट और अतिरिक्त समय तक दोनों टीमें 2-2 से बराबरी पर रहीं। इसके बाद मुकाबला पेनल्टी शूटआउट में पहुंचा।
पुर्तगाल के गोलकीपर डिएगो कोस्टा ने अल्वारो मोराटा की चौथी पेनल्टी को रोकते हुए मैच का रुख पलट दिया। इसके बाद रुबेन नेवेस ने पांचवीं पेनल्टी को गोल में बदलकर पुर्तगाल को चैंपियन बना दिया।
Cristiano Ronaldo in TEARS as Portugal win another international trophy 🇵🇹🏆#UNL #NationsLeague pic.twitter.com/OqO19ST2Qj
— Optus Sport (@OptusSport) June 8, 2025
रोनाल्डो की भावनात्मक प्रतिक्रिया और कोहली से तुलना
जैसे ही जीत की पुष्टि हुई, 40 वर्षीय क्रिस्टियानो रोनाल्डो ज़मीन पर बैठ गए और उनकी आंखों से आंसू बह निकले। इस भावनात्मक क्षण ने फैंस को हाल ही में आईपीएल 2025 की जीत के बाद विराट कोहली के आंसुओं की याद दिला दी। रोनाल्डो ने भी कोहली की तरह मैदान पर झुककर भावनाएं ज़ाहिर कीं।
जीत के बाद रोनाल्डो ने कहा, "मैंने अपने क्लबों के साथ कई ट्रॉफी जीती हैं, लेकिन देश के लिए खिताब जीतने की खुशी सबसे ऊपर है।"
रोनाल्डो का योगदान और जज़्बा
इस टूर्नामेंट में रोनाल्डो की भूमिका निर्णायक रही। फाइनल में उन्होंने 61वें मिनट में गोल कर पुर्तगाल को बराबरी पर ला दिया। यह उनका अंतरराष्ट्रीय करियर का 138वां गोल था और वह 221वां मैच खेल रहे थे। इसी के साथ उन्होंने इंटरनेशनल गोल का नया रिकॉर्ड और भी मज़बूत कर दिया।
इससे पहले सेमीफाइनल में उन्होंने जर्मनी के खिलाफ आखिरी मिनटों में गोल दागा था, जिससे पुर्तगाल को 25 साल बाद उस टीम के खिलाफ पहली जीत मिली। रोनाल्डो थकान से जूझते हुए 88वें मिनट में बाहर हुए, लेकिन मैदान पर उनकी छाप छोड़ चुके थे।
चोट के बावजूद मैदान पर डटे रहे रोनाल्डो
मैच के बाद रोनाल्डो ने खुलासा किया कि वह पहले से ही चोट से जूझ रहे थे। उन्होंने कहा, "मैंने वॉर्मअप के दौरान ही दर्द महसूस किया था, लेकिन अगर मुझे इस जीत के लिए पैर भी तुड़वाना पड़ता, तो भी खेलता। देश के लिए खेलना ही मेरा सब कुछ है।"
क्लब फुटबॉल का भविष्य अनिश्चित, लेकिन देश के लिए खेल जारी रहेगा
रोनाल्डो का सऊदी क्लब अल-नासर के साथ करार जून के अंत तक है। उन्होंने संकेत दिए हैं कि क्लब फुटबॉल में उनका अगला कदम अभी तय नहीं है, लेकिन पुर्तगाल के लिए खेलना वह जारी रखेंगे। क्लब वर्ल्ड कप को लेकर फैली अटकलों को उन्होंने खारिज कर दिया है।
UEFA Nations League 2025 की जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं थी, बल्कि यह उस जुनून की कहानी थी जो एक खिलाड़ी को 40 की उम्र में भी अपने देश के लिए लड़ने पर मजबूर करता है। रोनाल्डो की आंखों से छलके आंसू इस बात का सबूत हैं कि खेल सिर्फ प्रदर्शन नहीं, बल्कि भावना और बलिदान का नाम भी है — और शायद इसीलिए वो कोहली की तरह करोड़ों दिलों की धड़कन हैं।