इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान और स्टार ऑलराउंडर बेन स्टोक्स पांच महीने के लंबे ब्रेक के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के लिए पूरी तरह तैयार हैं। 2024 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच के दौरान उन्हें हेमस्ट्रिंग में गंभीर चोट लगी थी, जिसके बाद उन्हें सर्जरी करानी पड़ी। अब वे पूरी तरह से रिहैब और फिटनेस प्रक्रिया को पूरा करके आगामी जिम्बाब्वे के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मुकाबले में मैदान पर लौटने जा रहे हैं।
स्टोक्स ने बताया कि पिछली बार उन्होंने जल्दबाज़ी में वापसी की कोशिश की थी, जिससे उनकी चोट और गंभीर हो गई थी। लेकिन इस बार उन्होंने पूरी सतर्कता और संयम के साथ रिहैब प्रक्रिया को अपनाया है। उन्होंने कहा कि इस बार उन्हें अपनी रिकवरी और फिटनेस को लेकर पूरा विश्वास है।
ट्रेनिंग और मैच के बीच बड़ा फर्क है
स्काई स्पोर्ट्स को दिए इंटरव्यू में स्टोक्स ने पूर्व कप्तान नासिर हुसैन से बातचीत के दौरान कहा, “मैं शानदार महसूस कर रहा हूं। लेकिन ट्रेनिंग और मैच खेलना दो अलग-अलग चीजें हैं। ट्रेनिंग में आप जितना भी पसीना बहा लें, मैच की तीव्रता को पूरी तरह महसूस नहीं कर सकते। मुझे पता है कि मैदान पर लौटना अलग अनुभव होगा।”
स्टोक्स ने यह भी स्पष्ट किया कि जिम्बाब्वे के खिलाफ उनके खेल के अंदाज़ में कोई बदलाव नहीं होगा। वे चौथे तेज़ गेंदबाज़ के रूप में उतरना चाहते हैं और छठे क्रम पर बल्लेबाज़ी करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, “चाहे गेंद हो या बल्ला, मेरा लक्ष्य हर परिस्थिति पर हावी होना रहेगा। मैं यह पहले कर चुका हूं और मुझे पूरा विश्वास है कि मैं फिर से वैसा ही कर सकता हूं।”
ब्रेंडन मैक्कलम से की खुलकर बात
स्टोक्स ने यह भी बताया कि उन्होंने टीम के मुख्य कोच ब्रेंडन मैक्कलम से फिटनेस को लेकर लंबी बातचीत की है और अब किसी भी तरह की जल्दबाज़ी से बचना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अब उनका पूरा ध्यान हर दिन की प्रक्रिया पर है और वे अपनी बॉडी को सुनकर ही आगे बढ़ रहे हैं।
इंग्लैंड के लिए यह टेस्ट मुकाबला स्टोक्स की फिटनेस और फॉर्म का बड़ा संकेतक साबित हो सकता है, खासकर आने वाले सीज़न और संभावित बड़े टूर्नामेंट्स को देखते हुए। टीम मैनेजमेंट को भी उम्मीद है कि उनका यह धाकड़ ऑलराउंडर एक बार फिर उसी जुनून और जुझारूपन के साथ मैदान पर लौटेगा, जिसके लिए वह जाना जाता है।