Asian Games 2023: घुड़सवारी टीम ने 41 सालों बाद गोल्ड मेडल जीतकर रचा इतिहास
By: Rajesh Bhagtani Tue, 26 Sept 2023 6:50:36
नई दिल्ली। एशियन गेम्स 2023 के तीसरे दिन भारतीय खिलाड़ियों का शानदार प्रदर्शन जारी रहा। भारत ने तीसरे दिन तीसरा गोल्ड मेडल जीता। भारत की घुड़सवारी टीम ने 41 सालों बाद गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। भारतीय घुड़सवार सुदीप्ति हजेला, दिव्यकीर्ति सिंह, अनुश अग्रवाल और हृदय छेडा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम इवेंट में सोना अपने नाम किया।
केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने भारतीय घुड़सवारी ड्रेसेज टीम (सुदीप्ति हजेला, दिव्यकृति सिंह, हृदय छेडा और अनुश अग्रवाल) की तस्वीर ट्वीट की और स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई दी।
भारत ने घुड़सवारी के 40 सालों के इतिहास में एशियन गेम्स में पहली बार गोल्ड जीता है। भारत की घुड़सवार अनुश, सुदीप्ति, दिव्यकीर्ति, और हृदय ने ड्रेसेज इवेंट के फाइनल में शानदार प्रदर्शन किया। टीम ने 209.205 पॉइंट हासिल किए। दीव्यकीर्ति को 68.176, हृदय को 69.941 और अनुश को 71.088 पॉइंट्स मिले। भारतीय टीम चीन से 4.5 पॉइंट्स आगे रही।
घुड़सवारी के इतिहास में देश का यह चौथा स्वर्ण पदक है। एशियाई खेलों के इतिहास में यह पहला मौका है, जब भारत ने ड्रेसेज स्पर्धा में टीम स्वर्ण पदक जीता। भारत ने कांस्य पदक के रूप में ड्रेसेज में पिछला पदक 1986 एशियाई खेलों में जीता था।
भारत ने घुड़सवारी में पिछला स्वर्ण पदक नई दिल्ली में 1982 में हुए एशियाई खेलों में जीता था। तब भारत ने इवेनटिंग और टेंट पेगिंग स्पर्धाओं में तीन स्वर्ण पदक जीते थे। रघुबीर सिंह ने 1982 में व्यक्तिगत इवेनटिंग में स्वर्ण पदक जीतने के बाद गुलाम मोहम्मद खान, बिशाल सिंह और मिल्खा सिंह के साथ मिलकर टीम स्वर्ण पदक भी जीता था। रुपिंदर सिंह बरार ने व्यक्तिगत टेंट पेगिंग में भारत को तीसरा स्वर्ण पदक दिलाया था।
#EquestrianExcellence at the 🔝
— SAI Media (@Media_SAI) September 26, 2023
After 41 long years, Team 🇮🇳 clinches🥇in Dressage Team Event at #AsianGames2022
Many congratulations to all the team members 🥳🥳#Cheer4India#HallaBol#JeetegaBharat#BharatAtAG22 🇮🇳 pic.twitter.com/CpsuBkIEAw
हांगझू एशियाई खेलों में सुपीप्ति हजेला, दिव्यकीर्ति सिंह, विपुल हृदय छेडा और अनुश अग्रवाल की टीम उम्मीदों पर खरी उतरीं। यह चौकड़ी चयन ट्रायल के दौरान भी अच्छा प्रदर्शन कर रही थी। इनके स्कोर पिछले एशियाई खेलों के पदक विजेताओं से बेहतर या बराबर थे। दिव्यकीर्ति एड्रेनेलिन फिरफोड पर सवार थीं, जबकि विपुल चेमक्सप्रो एमरेल्ड पर सवार थे।
भारत ने कुल 209.205 प्रतिशत अंक के साथ चीन (204.882 प्रतिशत अंक) और हॉन्गकॉन्ग (204.852 प्रतिशत अंक) को पछाड़ते हुए स्वर्ण पदक जीता। ड्रेसेज स्पर्धा में घोड़े और राइडर के प्रदर्शन को कई मूवमेंट पर परखा जाता है। हर मूवमेंट पर शून्य से 10 अंक तक मिलते हैं। हर राइडर का कुल स्कोर होता है और वहां से प्रतिशत निकाला जाता है।
सबसे अधिक प्रतिशत वाला राइडर अपने वर्ग का विजेता होता है। टीम वर्ग में शीर्ष तीन राइडर के स्कोर को टीम के स्कोर में शामिल किया जाता है। भारतीय टीम के स्कोर में एड्रेनेलिन फिरफोड पर सवार दिव्यकीर्ति, विपुल (चेमक्सप्रो एमरेल्ड) और अनुश (एट्रो) के स्कोर शामिल थे।
गौरतलब है कि घुड़सवारी ड्रेसेज इवेंट में भारत गोल्ड मिला। वहीं चीन की टीम दूसरे नंबर पर रही। चीन को कुल 204.882 पॉइंट्स मिले। हॉन्ग कॉन्ग को 204.852 पॉइंट्स मिले। यह टीम तीसरे नंबर पर रही। इसी तरह चीने ताइपे की टीम चौथे और यूएई की टीम पांचवें स्थान पर रही। भारत को अपने और भी खिलाड़ियों से मेडल की उम्मीद होगी। महिला क्रिकेट के बाद पुरुष क्रिकेट में भी गोल्ड मेडल मिलने की उम्मीद है।
इससे पहले महिला क्रिकेट टीम ने गोल्ड मेडल जीता था। भारत की महिला टीम ने फाइनल मैच में श्रीलंका को 19 रनों से हराया था। वहीं इससे पहले भारत ने शूटिंग में गोल्ड मेडल जीता था। अब टीम इंडिया के पास कुल 14 मेडल्स हो गए हैं। भारत के पास 3 गोल्ड, 4 सिल्वर और 7 ब्रॉन्ज मेडल हैं। टीम इंडिया को सेलिंग में मंगलवार को 2 ब्रॉन्ज मेडल मिले।