लॉर्ड्स के मैदान पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2025 में दक्षिण अफ्रीका के सलामी बल्लेबाज़ एडेन मार्कराम ने क्रिकेट इतिहास में एक खास मुकाम हासिल कर लिया है। चौथी पारी में नाबाद शतक लगाकर उन्होंने डॉन ब्रैडमैन जैसे दिग्गजों की सूची में अपना नाम दर्ज करा दिया, और अपनी टीम को 27 वर्षों बाद पहली ICC ट्रॉफी के बेहद करीब पहुंचा दिया।
लंदन के ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेला जा रहा WTC फाइनल रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। 282 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका की टीम मजबूत स्थिति में है और जीत से केवल 69 रन दूर खड़ी है। एडेन मार्कराम ने जबरदस्त संयम और क्लास दिखाते हुए नाबाद शतक ठोका और टेम्बा बावुमा के साथ मिलकर अफ्रीका को जीत की ओर अग्रसर किया।
तीसरे दिन स्टंप्स तक दक्षिण अफ्रीका ने 2 विकेट खोकर 213 रन बना लिए हैं। मार्कराम 102* पर डटे हुए हैं, जबकि बावुमा 63 रन बनाकर उनका साथ दे रहे हैं।
इतिहास में दर्ज हुआ नाम
एडेन मार्कराम अब लॉर्ड्स में चौथी पारी में शतक लगाने वाले केवल छठे बल्लेबाज़ बन गए हैं। उनसे पहले यह कारनामा डॉन ब्रैडमैन, गॉर्डन ग्रीनिज, रॉय फ्रेडरिक्स, माइकल क्लार्क और भारत के अजीत अगरकर कर चुके हैं। यह उपलब्धि बताती है कि चौथी पारी में लॉर्ड्स जैसे चुनौतीपूर्ण मैदान पर शतक लगाना कितनी बड़ी बात है।
Ultimate knock in the Ultimate Test 💯
— ICC (@ICC) June 13, 2025
Aiden Markram brings in all his class and experience on the biggest stage 🫡
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चौथी पारी में लॉर्ड्स में शतक लगाने वाले खिलाड़ी:
डॉन ब्रैडमैन (ऑस्ट्रेलिया) – 1938
गॉर्डन ग्रीनिज (वेस्टइंडीज) – 1984
रॉय फ्रेडरिक्स (वेस्टइंडीज) – 1976
अजीत अगरकर (भारत) – 2002
माइकल क्लार्क (ऑस्ट्रेलिया) – 2009
एडेन मार्कराम (दक्षिण अफ्रीका) – 2025
दक्षिण अफ्रीका के लिए सुनहरा मौका
दक्षिण अफ्रीका की टीम अब तक एक भी ICC ट्रॉफी नहीं जीत सकी है। हालांकि, वे तीन बार फाइनल तक पहुंच चुके हैं। लेकिन इस बार तस्वीर बदलती नजर आ रही है। टीम 27 साल बाद किसी बड़ी ट्रॉफी के बेहद करीब है, और जीत के लिए केवल 69 रन बाकी हैं जबकि 8 विकेट सुरक्षित हैं। अगर मार्कराम और बावुमा की साझेदारी ऐसे ही बनी रही, तो यह जीत ऐतिहासिक साबित होगी।
एडेन मार्कराम का यह शतक न केवल उनके व्यक्तिगत करियर के लिए मील का पत्थर है, बल्कि दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट इतिहास में भी यादगार बन सकता है। लॉर्ड्स की ऐतिहासिक पिच पर रचा गया यह कारनामा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा, और यदि दक्षिण अफ्रीका ट्रॉफी जीतता है, तो यह शतक उसी गौरवशाली अध्याय का हिस्सा बन जाएगा।