रोहतक-दिल्ली हाईवे पर सांपला बस स्टैंड के पास एक सूटकेस में मिली महिला कांग्रेस कार्यकर्ता की लाश ने राजनीतिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। यह चौंकाने वाली घटना उस दिन सामने आई जब राज्य में नगर निकाय चुनाव हो रहे थे।
हिमानी नरवाल कौन थीं?
मृतका की पहचान हिमानी नरवाल के रूप में हुई है, जो रोहतक से युवा कांग्रेस की पदाधिकारी थीं। रोहतक, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता है। हिमानी सोनीपत जिले के कथूरा गांव की रहने वाली थीं और कांग्रेस की राजनीतिक और सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेती थीं। उन्होंने रोहतक सांसद दीपेंद्र हुड्डा के साथ काम किया और पार्टी की रैलियों में हरियाणवी लोक कलाकारों के साथ परफॉर्म भी किया।
सोशल मीडिया पर हिमानी ने खुद को भारतीय युवा कांग्रेस (IYC) के रोहतक ग्रामीण क्षेत्र की उपाध्यक्ष बताया था। पूर्व युवा कांग्रेस अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने भी हिमानी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह संगठनात्मक कार्यों में हमेशा उत्कृष्ट प्रदर्शन करती थीं, चाहे वह भारत जोड़ो यात्रा हो या अन्य कार्यक्रम। कांग्रेस विधायक भारत भूषण बत्रा के अनुसार, हिमानी ने हरियाणा विधानसभा चुनावों के दौरान भी पार्टी के लिए सक्रिय प्रचार किया था और राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में भी शामिल हुई थीं।
कैसे हुई हिमानी की हत्या?
शनिवार को हिमानी नरवाल का शव सांपला बस स्टैंड के पास एक बड़े नीले रंग के सूटकेस में पाया गया। पुलिस को सूचना मिलते ही जांच शुरू की गई। शुरुआती जांच में उनके गले पर दुपट्टे से कसने के निशान पाए गए, जबकि उनके हाथों पर मेंहदी लगी थी, जिससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि वह किसी कार्यक्रम के लिए तैयार हुई थीं।
इस नृशंस हत्या पर प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
"रोहतक में कांग्रेस की सक्रिय कार्यकर्ता हिमानी नरवाल की निर्मम हत्या की खबर अत्यंत दुखद और स्तब्ध कर देने वाली है। मैं दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं प्रकट करता हूं। इस तरह से एक लड़की की हत्या और उसका शव सूटकेस में मिलना राज्य की कानून व्यवस्था पर एक गहरा धब्बा है।"
मां ने कांग्रेस के अंदरूनी षड्यंत्र का लगाया आरोप
हिमानी की मां सविता नरवाल ने इस हत्या को कांग्रेस पार्टी की अंदरूनी राजनीति से जोड़ते हुए षड्यंत्र का आरोप लगाया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, सविता ने कहा कि हिमानी की बढ़ती राजनीतिक लोकप्रियता से कुछ पार्टी नेता असहज थे और उनके खिलाफ साजिश रची गई।
उन्होंने दावा किया, "मेरी बेटी ने कांग्रेस के लिए बहुत बलिदान दिए हैं। कांग्रेस के कई सदस्य हमारे घर आते थे। कुछ लोग हिमानी की बढ़ती लोकप्रियता से परेशान थे और यह हत्या उन्हीं की साजिश हो सकती है।" सविता ने बताया कि 27 फरवरी को उनकी बेटी से आखिरी बार बात हुई थी। अगले दिन, हिमानी को भूपेंद्र सिंह हुड्डा की रैली में शामिल होना था, लेकिन उनका फोन अचानक स्विच ऑफ हो गया, जिससे परिवार को चिंता सताने लगी।
उन्होंने आगे कहा, "हिमानी पिछले 10 सालों से कांग्रेस से जुड़ी हुई थी। उसने राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में श्रीनगर तक सफर किया था। वह साफ-सुथरी राजनीति करना चाहती थी, लेकिन कुछ लोग उसे परेशान करने की साजिश रच रहे थे।"
सविता के अनुसार, हिमानी अक्सर पार्टी के अंदरूनी विवादों की चर्चा घर पर किया करती थी। उन्होंने खुलासा किया कि हिमानी का कुछ वरिष्ठ नेताओं से विवाद भी हुआ था। "अगर कोई उसे किसी चीज़ पर समझौता करने के लिए कहता था, तो वह साफ कहती थी – 'मैं समझौता नहीं करूंगी। जो गलत है, वह गलत है और जो सही है, वह सही है।'"
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी विवाद!
मां ने यह भी बताया कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान हिमानी को रूम शेयरिंग को लेकर पार्टी के अन्य सदस्यों से परेशानी हुई थी। वह प्याज और लहसुन नहीं खाती थी और अकेले रहना पसंद करती थी, जिससे अन्य सदस्यों के साथ मतभेद हो गए थे।
कांग्रेस नेताओं की चुप्पी पर नाराजगी
सविता नरवाल ने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस के किसी बड़े नेता ने हिमानी की मौत के बाद अब तक उनसे संपर्क नहीं किया। उन्होंने कहा, "मैंने आशा हुड्डा से मुलाकात की, हुड्डा साहब भी हमें जानते हैं, लेकिन अब तक कोई कांग्रेस नेता हमसे मिलने नहीं आया।" उन्होंने अपनी बेटी के हत्यारों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की और कहा कि दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।