राजस्थान में 23 नवंबर को नहीं पड़ेंगे वोट, देवउठनी एकादशी के चलते अब 25 नवंबर को होगा मतदान
By: Rajesh Bhagtani Wed, 11 Oct 2023 5:57:47
जयपुर। राजस्थान विधानसभा मतदान की तारीख अब 23 नवम्बर की जगह 25 नवम्बर कर दी गई है। कहा जा रहा है कि चुनाव आयोग ने यह फैसला देवउठनी एकादशी को देखते हुए लिया है। चुनाव आयोग ने एक बयान जारी करते हुए कहा, “विभिन्न राजनीतिक दलों, सामाजिक संगठनों की ओर से मतदान की तारीख में बदलाव के लिए विभिन्न मीडिया प्लेटफार्मों में बात रखी गई थी, इसलिए तारीख बदली जा रही है।” सोशल मीडिया पर तारीखों के ऐलान के बाद देवउठनी एकादशी के चलते 23 नवंबर को कम मतदान होने की आशंका भी जताई गई थी।
यह राजस्थान में शादी समारोह के लिए बड़ा मुहूर्त होता है। इस मुहूर्त
पर राजस्थान में हजारों की संख्या में शादियां होती हैं। बड़ी संख्या में
लोगों का एक शहर और गांव से दूसरे शहर तथा गांवों में आना जाना होता है।
लिहाजा चुनाव आयोग की ओर से वोटिंग के लिए पूर्व में घोषित की गई 23 नंवबर
की तारीख को बदले जाने की काफी मांग हो रही थी।
इस बार भी राजस्थान मेंदेवउठनी एकादशी यानी 23 नंवबर को करीब 54 हजार
शादियां होने का अनुमान लगाया जा रहा है। शादियों के चलते मतदान प्रभावित
होने की आशंका थी। शादियों में बड़ी संख्या में वाहनों के बिजी हो जाने के
कारण प्रशासन के सामने वाहनों के अधिग्रहण की भी बड़ी समस्या होने की
संभावना जताई जा रही थी।मतदान को लेकर आमजन भी काफी चिंतित था
वहीं आमजन भी इस बड़े मुहूर्त पर मतदान होने के कारण काफी चिंतित था। इसलिए
चारों तरफ से इस तिथि को बदले जाने की मांग उठाई गई थी। कई
जनप्रतिनिधियों ने भी इस ओर ध्यान दिलाया था। उसके बाद चुनाव आयोग ने सभी
पक्षों को देखते हुए बुधवार को दोपहर में इसमें बदलाव किए जाने पर अपनी
मुहर लगा दी।
अब यह होगा परिवर्तन
—अधिसूचना और नामांकन की शुरूआत : 30 अक्टूबर
—नामांकन की तारीख : 6 नवंबर
—नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी : 7 नवंबर
—नाम वापसी की आखिरी तारीख : 9 नवंबर
—मतदान : 25 नवंबर
—वोटों की गिनती : 3 दिसंबर
राजस्थान में विधानसभा की कुल दो सौ सीटें हैं। यहां कुल मतदाताओं की संख्या 5.26 करोड़ है। इनमें से 2.73 करोड़ पुरुष और 2.51 करोड़ महिला मतदाता हैं। राज्य में इस बार 6.96 लाख नए मतदाता जुड़े हैं, जो पहली बार अपना वोट डालेंगे। राज्य में 5.61 लाख विशेष मतदाता हैं। इनको डाक मतपत्र के जरिए अपना मतदान करने की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। राज्य में 17,241 वोटर ऐसे हैं, जिनकी उम्र 100 वर्ष से अधिक है। इसके अलावा 11.78 लाख मतदाताओं की उम्र 80 वर्ष से अधिक है।
मतदान की तिथि का ऐलान होते ही राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गया है। राज्य में भाजपा और कांग्रेस दो बड़े दल हैं। पिछले कई विधानसभा चुनावों के बाद सत्ता इन्हीं दोनों दलों में से किसी एक के पास बारी-बारी से रहती है।
इस बीच राज्य में चुनावी हलचलें तेज हो गई हैं। राजस्थान में चुनाव की तारीख की घोषणा होने से पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए बिहार की तर्ज पर राज्य में जातीय जनगणना कराने की घोषणा कर दी। इससे पहले हाल ही में उन्होंने सूबे में 8 समाज कल्याण बोर्ड गठित करने का ऐलान किया था। उसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री ने राजस्थान में भी बिहार पैटर्न पर जातिगत योजना जनगणना करवाने का ऐलान किया। हालांकि गहलोत ने जातिगत जनगणना कराने का कोई तय समय नहीं बताया।