कोरोना का कहर बिहार की जनता के लिए अभिशाप बनता जा रहा हैं जिसमें अब ब्लैक फंगस और फिर व्हाइट फंगस जैसी महामारी का सामना भी करना पड़ रहा हैं। इन महामारी से लड़ने के लिए अस्पतालों की व्यवस्था का सही होना बहुत जरूरी हैं। लेकिन आज इस कड़ी में हम आपको नामी गिरामी अस्पताल दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (DMCH) की बदहाली की दास्तां बताने जा रहे हैं जिसे देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे कि गंदगी से बीमार यह अस्पताल आखिर कैसे महामारी का सामना कर पाएगा। पिछले दिनों हुई बारिश ने डीएमसीएच की पोल खोलकर रख दी है।
Bihar: Premises of Darbhanga Medical College & Hospital (DMCH) waterlogged & polluted, pigs seen roaming around; Administration takes up development work
— ANI (@ANI) May 22, 2021
"I'm working here for 26 yrs. Roads are waterlogged after rainfall & we've to walk through it to reach DMCH," says a nurse pic.twitter.com/8ovtGqUDqF
अस्पताल के चारों तरफ गंदगी का अंबार है। हम आपके लिए विडियो लेकर आए हैं अस्पताल की बदहाली को बयां करता हैं। जो अस्पताल में कार्यरत एक नर्स कहती हैं, ”मैं यहां 26 साल से काम कर रही हूं। बारिश के बाद सड़कें जलमग्न हो जाती हैं और हमें डीएमसीएच पहुंचने के लिए पैदल चलना पड़ता है।” अस्पताल का परिसर बारिश की वजह से जलमग्न हो गया है और गंदगी इतनी पसरी हुई है कि मरीज क्या परिसर में सूअर घूम रहे हैं। कीचड़ और गंदगी के कारण मेडिकल कॉलेज के आसपास का इलाका इतना प्रदूषित है कि जिस बीमारी ना हो वो भी बीमार हो जाए।
#WATCH | Bihar: Darbhanga Medical College & Hospital premises waterlogged & polluted; Administration undertake development work
— ANI (@ANI) May 22, 2021
"Didn't set up COVID ward in old building due to construction & technical issues. 140-bed COVID wing is functional in new building,"says DDC, Darbhanga pic.twitter.com/2wPAuRXpvY
वहीं के मेडिकल सुपरिटेंडेंट का कहना है कि डीएमसीएच परिसर सीमा रहित है। इसका कैंपस जल्द ही 100 साल पूरे कर लेगा और उसी के अनुसार बनाया गया था। वहीँ डीएमसीएच चिकित्सा अधीक्षक का कहना हैं कि हम मरीजों के इलाज और उनकी जान बचाने के लिए अपना पसीना और खून बहाते हैं। प्रशासन नई सुविधाओं पर काम कर रहा है। दवा, ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति है।