उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक अनोखी घटना सामने आई है, जहां एक आलू में भगवान विष्णु के चार अवतारों की आकृति दिखाई देने का दावा किया जा रहा है। इस आलू में कछुआ, शेषनाग, मछली और वराह अवतार की आकृति उभरने की बात कही जा रही है। जैसे ही यह खबर फैली, आलू श्रद्धा का केंद्र बन गया, और बड़ी संख्या में लोग इसे देखने और पूजा-अर्चना करने पहुंचने लगे।
यह आलू तुलसी मानस मंदिर, शंकर कॉलेज के पास रखा गया है, जहां भक्त दर्शन के लिए उमड़ रहे हैं। मंदिर के पुजारी के अनुसार, यह आलू कैमा गांव, वंश गोपाल तीर्थ के पास मिला था, और इसमें भगवान के दिव्य अवतारों की छवि स्पष्ट रूप से दिख रही है। स्थानीय श्रद्धालुओं का मानना है कि यह एक अद्भुत चमत्कार है और भगवान की शक्ति का प्रमाण है। अब यह आलू पूरे क्षेत्र में आस्था और श्रद्धा का प्रतीक बन गया है, और दूर-दूर से लोग इसके दर्शन के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं।
तुलसी मानस मंदिर में विराजमान हुआ चमत्कारी आलू
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक अद्भुत घटना घटी है, जहां एक आलू में भगवान के दिव्य अवतारों की आकृति उभरने का दावा किया जा रहा है। श्रद्धा और आस्था का प्रतीक बना यह आलू अब तुलसी मानस मंदिर में स्थापित कर दिया गया है। इसे फूलों की माला पहनाकर श्रद्धापूर्वक रखा गया है, और भक्तजन इसे भगवान का अंश मानकर पूजा-अर्चना कर रहे हैं।
भगवान की अपरंपार लीला
मंदिर के पुजारी का कहना है कि यह आलू भगवान की अपरंपार लीला का प्रतीक है, जो इस वर्ष भक्तों के लिए एक विशेष आध्यात्मिक संकेत लेकर आया है। उन्होंने बताया कि इस आलू में भगवान नंदी, भोलेनाथ, कछुआ और मछली की आकृतियां स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही हैं, जिसे भक्तजन दिव्य चमत्कार मान रहे हैं।
संभल को लेकर धार्मिक मान्यता है कि भगवान विष्णु का 10वां अवतार, कल्कि, यहीं प्रकट होंगे। वेद-पुराणों में इस बात का उल्लेख मिलता है। अब इस आलू को राम दरबार में विशेष रूप से रखा गया है, जहां श्रद्धालु बड़ी संख्या में पहुंचकर इसके दर्शन कर रहे हैं और पूजा-अर्चना कर रहे हैं। मंदिर के पुजारी और श्रद्धालुओं का मानना है कि यह आलू एक दिव्य संकेत है और भगवान की शक्ति का प्रमाण है।
अब यह आलू पूरे क्षेत्र में भक्तों के बीच आस्था और श्रद्धा का केंद्र बन गया है, और दूर-दूर से लोग इसके दर्शन के लिए मंदिर पहुंच रहे हैं।