पूर्वी दिल्ली के सुंदर नगरी इलाके में रहने वाली कोमल की हत्या (Komal Murder Case) की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। जांच में सामने आया कि इस जघन्य अपराध को आसिफ नाम के युवक ने अपने दोस्त जावेद के साथ मिलकर अंजाम दिया था। वारदात को कार के अंदर अंजाम दिया गया और शव को नाले में फेंक दिया गया। आसिफ को शक था कि कोमल किसी और से दोस्ती कर रही है। इसी गुस्से में उसने अपने दोस्त जावेद के साथ मिलकर रस्सी से गला घोंटकर कोमल की हत्या कर दी। हत्या के बाद शव के हाथ-पैर रस्सी से बांध दिए गए और पेट पर पत्थर बांधकर गुरुग्राम बॉर्डर के पास नजफगढ़ नाले में फेंक दिया गया।
पांच दिन बाद नाले से बरामद हुआ शव
हत्या के पांच दिन बाद पुलिस कोमल का शव बरामद करने में सफल रही। छावला थाना पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इस वारदात में इस्तेमाल की गई कैब भी पुलिस ने बरामद कर ली है।
परिवार और रहन-सहन की जानकारी
कोमल सुंदर नगरी में निगम फ्लैट में अपनी दादी विमला के साथ रहती थी। उसके माता-पिता चंडीगढ़ में नौकरी करते हैं, जबकि दो छोटे भाई भी परिवार में हैं। वह शाहदरा जिले में सिविल डिफेंस वॉलंटियर के रूप में कार्यरत थी। वहीं, आरोपी जावेद अपने परिवार के साथ कोमल के पड़ोस में किराए पर रहता था, जबकि आसिफ पास के ब्लॉक में अपने परिवार के साथ रहता था।
कोल सेंटर में नौकरी करती थी कोमल, गुमशुदगी से हत्या तक का खुलासा
कोमल बीते 28 फरवरी से निर्माण विहार स्थित एक कॉल सेंटर में नौकरी कर रही थी। उसकी दादी विमला के अनुसार, 12 मार्च की सुबह वह ड्यूटी पर गई थी, लेकिन रात तक घर नहीं लौटी। फोन भी लगातार बंद था, जिससे परिवार चिंतित हो गया। जब वे नंद नगरी थाने पहुंचे, तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से इनकार कर दिया।
कैब में आसिफ के साथ जाने का पता चला
बाद में जानकारी मिली कि कोमल आखिरी बार आसिफ के साथ कैब में देखी गई थी। इसके बाद परिवार ने सीमापुरी थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने जब कोमल की कॉल डिटेल्स निकाली, तो पाया कि वह लगातार आसिफ के संपर्क में थी। पुलिस ने जब आसिफ और जावेद को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उन्होंने सच कबूल कर लिया और हत्या की बात स्वीकार कर ली।
17 मार्च को पुलिस ने दर्ज किया हत्या का मामला
इसी बीच, 17 मार्च को छावला थाना पुलिस को नाले में एक युवती का शव मिला, जिसके बाद हत्या का केस दर्ज किया गया। सीमापुरी थाना पुलिस ने दोनों आरोपियों को छावला पुलिस को सौंप दिया।
चार साल पुरानी दोस्ती शक में बदल गई
पूछताछ के दौरान आसिफ ने बताया कि उसकी और कोमल की दोस्ती चार साल पुरानी थी, लेकिन उसे शक था कि कोमल किसी और युवक से बात कर रही है। 12 मार्च की रात वह कैब लेकर अपने दोस्त जावेद के साथ कोमल से मिलने गया। वे सुंदर नगरी के मिट्टी वाले पार्क के पास पहुंचे, जहां किसी बात को लेकर दोनों में बहस हो गई। रात 11:30 बजे, गुस्से में आकर आसिफ ने रस्सी से गला घोंटकर कोमल की हत्या कर दी। इसके बाद रात 12:30 बजे शव को नजफगढ़ नाले में फेंक दिया और फिर सुंदर नगरी लौटकर अपने घर चले गए।
दोनों आरोपी गिरफ्तार, शव परिवार को सौंपा गया
पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। जांच में सामने आया कि दोस्ती को लेकर हुए विवाद के कारण यह हत्या की गई। पोस्टमार्टम के बाद शव कोमल के परिजनों को सौंप दिया गया।
"दोस्ती को लेकर हुए विवाद में हत्या की गई है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।" — अंकित सिंह, द्वारका जिला पुलिस उपायुक्त