Russia-Ukraine War: 90% खंडहर में बदल गया यूक्रेन का मारियुपोल शहर, 5000 लोगों की गई जान
By: Priyanka Maheshwari Tue, 29 Mar 2022 10:29:05
यूक्रेन और रूस की जंग का आज 34वां दिन है। रूसी सेना लगातार यूक्रेन के शहरों पर मिसाइलें दाग रही है। रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया जा रहा है। मारियुपोल शहर में सबसे ज्यादा तबाही हुई है। खबरों के मुताबिक ये शहर 90% खंडहर में तब्दील हो गया है। जबकि 40% बिल्डिंग ऐसी हैं जो पूरी तरह जमींदोज हो गई हैं। इस शहर में रूसी हमलों में 5000 लोग मारे जा चुके हैं। दर्द की दास्तां इतनी गहरी है कि हजारों लोग बेघर हो गए हैं। दावा किया गया है कि मृतकों को कब्रिस्तान तक ले जाना मुश्किल हो रहा है। इसके चलते पार्कों और स्कूलों में शवों को दफन किया जा रहा है। वहीं मारियुपोल में संचार सेवा भी ठप हो गई है। लोग अपने परिजनों से बात नहीं कर पा रहे हैं। मारियुपोल के मेयर ने कहा- हमले के बाद से अब तक लगभग 5,000 लोग मारे गए हैं। शहर में अब भी 1.6 लाख लोग फंसे हुए हैं। रूसी सेना ने शहर से बाहर निकलने के सभी रास्तों पर कब्जा कर लिया है।
बता दें कि ये वही मारियुपोल है जिसमें सबसे पहले रूस ने युद्धविराम की घोषणा की थी। कहा गया था कि जंग में फंसे लोगों को यहां से निकाला जाएगा। उनके लिए एक ह्यूमन कॉरिडोर बनाया जाएगा। सेफ पैसेज उपलब्ध कराया जाएगा ताकि लोग आसानी से यहां से निकल सकें। लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। क्योंकि इसी शहर में रूसी सैनिकों ने सड़क पर उतरकर लोगों पर अंधाधुंध हमले किए। रूसी विमानों ने इतने एयर स्ट्राइक किए कि फिजाओं में गंध और घरों से धुआं उठता दिखाई देता है।
रूस ने जंग में सब जायज वाली कहावत को साबित कर दिया। शुरुआत में कहा गया था कि वह सिर्फ सैन्य ठिकानों को ही अपना निशाना बनाएगा लेकिन रूस ने रिहाइशी इलाकों को भी टारगेट किया। कीव के बाद बारी आई खारकीव की, जहां रूस ने अंधाधुंध अटैक किए। यहां कई लोगों की जान हमलों में जान गई, लेकिन सबसे खतरनाक मंजर मारियुपोल का रहा। जैसे-जैसे जंग बढ़ती गई रूसी सैनिक शहर-दर-शहर में घुसते गए और तबाही मचाते गए।
रूस के हमले से जूझ रहे यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की हाल ही में कहा था कि अतिरिक्त टैंकों, विमानों के बिना मारियुपोल को बचाना असंभव है। यूक्रेन रूसी मिसाइलों को शॉटगन और मशीनगनों से नहीं मार सकता। इसलिए हम आवश्यक हथियारों के लिए बहुत समय से इंतजार कर रहे हैं।
रूस की क्रूरता का आलम ऐसा रहा कि सैनिकों ने वहां एक स्कूल पर एयर स्ट्राइक कर दी। इस स्कूल में 400 लोगों ने शहण ली हुई थी। साफ है कि 33 दिन में यूक्रेन के मारियुपोल समेत कई शहरों की सूरत बदल गई है। लोग खाने-पीने के लिए परेशान हैं। लंबी लाइनों में घंटों इंतजार के बाद थोड़ा सा खाना नसीब हो रहा है।