नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे स्वयंभू धर्मगुरु आसाराम बापू ने अपनी जमानत शर्तों का खुला उल्लंघन किया है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 31 मार्च तक मेडिकल जमानत दिए जाने के बावजूद, उन पर धार्मिक प्रवचन देने और लोगों से मिलने पर सख्त पाबंदी थी। इसके बावजूद, आसाराम ने इंदौर आश्रम में हजारों भक्तों की मौजूदगी में प्रवचन दिया, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
12 साल बाद इंदौर आश्रम पहुंचे आसाराम
मंगलवार रात करीब 10 बजे आसाराम बापू गोधरा से सड़क मार्ग द्वारा इंदौर आश्रम पहुंचे। यह वही आश्रम है, जहां से उन्हें 12 साल पहले गिरफ्तार किया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राजस्थान हाईकोर्ट ने 14 जनवरी को उन्हें मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए अंतरिम जमानत दी थी, जिसके तहत वह 31 मार्च तक जेल से बाहर रह सकते हैं। बुधवार को वह सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में अपने स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने अगली जांच के बाद इलाज शुरू करने की सिफारिश की।
भक्तों की भीड़, मोबाइल जब्त, फिर भी वीडियो वायरल
भले ही कोई आधिकारिक कार्यक्रम घोषित नहीं किया गया था, लेकिन जैसे ही भक्तों को उनके इंदौर आश्रम आने की खबर लगी, बड़ी संख्या में श्रद्धालु आश्रम के बाहर इकट्ठा हो गए। बताया जा रहा है कि आश्रम के सेवादारों ने अंदर जाने से पहले लोगों के मोबाइल और स्मार्टवॉच जब्त कर लिए, ताकि कोई रिकॉर्डिंग न हो सके। इसके बावजूद, उनका प्रवचन सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिससे कोर्ट के आदेशों की अवहेलना उजागर हो गई।
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— TheSootr (@TheSootr) February 22, 2025
क्या होगी कार्रवाई?
फिलहाल आश्रम की सुरक्षा की जिम्मेदारी स्थानीय सेवादारों के हाथ में है, और जरूरत पड़ने पर ही पुलिस हस्तक्षेप कर सकती है। राजस्थान हाईकोर्ट की जमानत शर्तों के अनुसार, आसाराम को किसी भी धार्मिक सभा या अनुयायियों से मिलने की अनुमति नहीं थी, लेकिन उन्होंने कानूनी पाबंदियों को चुनौती देते हुए यह नियम तोड़ा। अब प्रशासन और न्यायिक अधिकारियों से उम्मीद की जा रही है कि वे इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे, क्योंकि आसाराम द्वारा सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का खुलेआम उल्लंघन किया गया है।