राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शुक्रवार (28 मार्च) को भीलवाड़ा पहुंचे, जहां राजस्थान दिवस के मौके पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं, विकास कार्यों और सुशासन की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। साथ ही, उन्होंने आम जनता को कई सौगातें भी दी, जिनसे राज्य की विकास यात्रा को और गति मिलेगी।
राजस्थान दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री का संबोधन
राजस्थान दिवस के अवसर पर आयोजित विकास और सुशासन उत्सव में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने राज्य सरकार की सफलताओं और आगामी योजनाओं के बारे में बताया। उन्होंने यह घोषणा की कि अब से हर साल चैत्र शुक्ल प्रतिपदा पर राजस्थान दिवस मनाया जाएगा, जो राज्य के विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा। इस अवसर पर, मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया, जिनकी कुल लागत 10 हजार करोड़ रुपये से अधिक है।
10 हजार करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने 10 हजार करोड़ रुपये के विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। इनमें नगरीय विकास विभाग से संबंधित डेलीगेशन के आदेश, फायर एनओसी प्राप्त करने की प्रक्रिया को सरल बनाने की दिशा-निर्देश, और नए जिलों में डीएमएफटी (District Mineral Foundation Trust) के गठन जैसी योजनाएं शामिल थीं। इसके अलावा, हरित अरावली विकास परियोजना, अन्नपूर्णा भण्डार और रजिस्ट्रार कार्यालय को सप्ताह में 2 दिन सुबह 8 बजे से रात्रि 8 बजे तक खोलने के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए।
अब घर बैठे मिलेगा मरीजों को अपॉइंटमेंट
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि पत्रकार हमारे लोकतंत्र के महत्वपूर्ण प्रहरी हैं और उनके योगदान को सम्मानित करना जरूरी है। राज्य में पत्रकारों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर हमारी सरकार ने पत्रकार हेल्थ कवरेज (आरजेएचएस) योजना की शुरुआत की है, जो उनके स्वास्थ्य की देखभाल में सहायक साबित होगी। इसके साथ ही, उन्होंने चिकित्सा सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए एक नया मेडिकल ऐप लॉन्च किया है। इस ऐप के जरिए मरीज अब घर बैठे मोबाइल से डॉक्टर के पास अपॉइंटमेंट ले सकते हैं, जिससे उन्हें अस्पताल जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी और स्वास्थ्य सेवाएं उन्हें और आसानी से मिल सकेंगी।
पंडित दीनदयाल उपाध्याय शहरी विकास योजना की दिशा-निर्देश
मुख्यमंत्री ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय शहरी विकास योजना के तहत जारी किए गए दिशा-निर्देशों को लेकर भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह दिशा-निर्देश शहरों को अधिक समृद्ध और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक अहम कदम हैं, जो राज्य के शहरी क्षेत्रों में विकास की गति को और तेज करेंगे।
पूर्ववर्ती सरकार पर हमला: भ्रष्टाचार और अव्यवस्था के आरोप
मुख्यमंत्री ने पिछली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके शासन में राज्य भ्रष्टाचार, अराजकता और अव्यवस्था की चपेट में था। उन्होंने महिला उत्पीड़न, पेपर लीक के मामलों, बिजली की किल्लत, जल जीवन मिशन में घोटाले और आर्थिक कुप्रबंधन जैसी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि पिछली सरकार ने अपने कार्यकाल के अंत में केवल जनता को भ्रमित करने के लिए इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन किया था, जबकि हमारी सरकार ने पहले साल में ही राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट का आयोजन किया है, जिसमें हुए एमओयू अब जमीन पर उतर रहे हैं।
राज्य में विकास की रफ्तार तेज: सरकार के वादे और योजनाएं
मुख्यमंत्री शर्मा ने आगे कहा कि राजस्थान अब विकास की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार किसानों, युवाओं, महिलाओं और मजदूरों के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि हमारी सरकार ने किसानों को 2027 तक दिन में बिजली देने का लक्ष्य रखा है और उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू की हैं। इसके साथ ही, जल जीवन मिशन के तहत 12 लाख ग्रामीण परिवारों को नल से जल, राइजिंग राजस्थान समिट में 35 लाख करोड़ रुपये के एमओयू और अन्य कई प्रमुख योजनाओं के तहत किए गए वादे अब धरातल पर उतरने लगे हैं।
राज्य सरकार के विकास कार्यों का असर
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार की योजनाओं का असर दिखने लगा है, और प्रदेश में विकास की गति तेज हो रही है। जल जीवन मिशन, राम जल सेतु लिंक परियोजना, यमुना जल समझौते और अन्य विकास कार्यों के जरिए राज्य सरकार अपने सभी वादों को पूरा कर रही है और राज्य को एक नई दिशा देने की ओर अग्रसर है।