राजस्थान में तेज किया जाएगा राहुल गांधी का सफेद टी-शर्ट अभियान, जूली ने की युवाओं से आगे आने की अपील
By: Rajesh Bhagtani Wed, 22 Jan 2025 2:59:58
जयपुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के महात्मा गांधी की तर्ज पर सफेद टी-शर्ट आंदोलन की शुरुआत किए जाने के बाद राजस्थान में भी आंदोलन तेज किया जाएगा। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने इस आंदोलन में युवाओं से आगे आने की अपील है।
जूली ने मंगलवार को जारी बयान करते हुए कहा कि सफेद टी-शर्ट आंदोलन को जनान्दोलन बनाया जाएगा। सफेद टी-शर्ट भारत के युवाओं के नेतृत्व में एक अग्रणी न्याय आंदोलन है। मोदी सरकार ने गरीब और मेहनतकश वर्ग से मुंह मोड़ लिया है।
जूली ने एक अन्य बयान में कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। दलितों पर अत्याचार की घटनाए बढ़ रही हैं। झुंझुनूं जिले के मेघपुर में ईंट भट्टे की घटना सरकार की असंवेदनशीलता और जातिवादी मानसिकता का प्रत्यक्ष उदाहरण है। दलित युवक को मटके को छूने की वजह से पीटा और फिरौती वसूलने के बाद छोड़ा गया। यह घटना दलित समाज के सम्मान और अधिकारों पर हमला है।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में श्रमिकों की स्थिति के बारे में आवाज उठाने और देश में बढ़ती असमानता को देखते हुए ‘व्हाइट टी-शर्ट मूवमेंट’ शुरू किया है। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘मोदी सरकार ने गरीबों और मजदूर वर्ग से मुंह मोड़ लिया है और उन्हें पूरी तरह से उनके हाल पर छोड़ दिया है। सरकार का पूरा ध्यान सिर्फ कुछ चुनिंदा पूंजीपतियों को समृद्ध करने पर है। इसके कारण असमानता लगातार बढ़ रही है और देश का पेट पालने वाले मजदूरों की हालत बदतर होती जा रही है।’
आज मोदी सरकार ने ग़रीब और मेहनतकश वर्ग से अपना मुंह मोड़ लिया है और उन्हें पूरी तरह से उनके हाल पर छोड़ दिया है। सरकार का पूरा ध्यान सिर्फ़ गिने चुने पूंजीपतियों को ही और समृद्ध करने पर है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 19, 2025
इस वजह से असमानता लगातार बढ़ती जा रही है और खून-पसीने से देश को सींचने वाले श्रमिकों की… pic.twitter.com/RNMcOuAfYF
उन्होंने आगे कहा कि ‘उन्हें तरह-तरह के अन्याय और अत्याचार सहने को मजबूर होना पड़ रहा है।” कांग्रेस पार्टी के अनुसार, व्हाइट टी-शर्ट आंदोलन “एक शक्तिशाली नए आंदोलन की शुरुआत है, जो युवाओं के लिए विभिन्न क्षेत्रों के मजदूरों को एकजुट करने का एक मंच है, जिनका श्रम हमारे जीवन को आकार देता है।’