प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राजस्थान में दिए गए भाषण को लेकर लोकसभा सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने उसे खोखला बताया था। इस बयान को लेकर महाराष्ट्र के वरिष्ठ एनसीपी सांसद प्रफुल्ल पटेल ने राहुल गांधी को कड़ी आलोचना का निशाना बनाया है। पटेल ने कहा कि राहुल भैया का दिमाग खोखला हो गया है, और अगर वे इस तरह की बचकानी बातें करते रहेंगे तो इससे देश को नुकसान होगा और अपनी पार्टी को ही गड्ढे में ले जाएंगे। राहुल गांधी ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी को खोखले भाषण देना बंद कर देना चाहिए।
'राहुल भैया का दिमाग खोखला'
इसी विवाद पर एनसीपी अजीत गुट के कार्यकारी अध्यक्ष और सांसद प्रफुल्ल पटेल ने कहा, "खोखले भाषण से ज्यादा हमारे राहुल भैया का दिमाग खोखला हो गया है। राहुल गांधी ऐसी बचपने वाली बातें कर रहे हैं, जबकि वे कांग्रेस जैसे बड़े राजनीतिक दल के नेता और भारत के लोकसभा के विपक्षी नेता हैं। ऐसे बयान देना उनकी गरिमा के लिए ठीक नहीं है। आज विश्व स्तर पर भारत की साख बढ़ रही है और भारत की ताकत को पूरी दुनिया देख रही है। हमारे प्रधानमंत्री के बारे में ऐसी अनादरपूर्ण बातें राहुल गांधी हमारे दुश्मनों को ताकत देने के बराबर हैं, जिससे देश कमजोर होता है। राहुल गांधी को ऐसी बातों को रोक देना चाहिए।"
'मुंबई हमले पर कोई कार्रवाई नहीं की गई थी'
इंडिया टीवी की खबर के अनुसार प्रफुल्ल पटेल ने आगे कहा कि इस तरह की बातें राहुल गांधी ही करते हैं। उन्होंने याद दिलाया कि देश ने कई आतंकवादी हमलों का सामना किया है। खासकर 2008 में मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले के वक्त भारत की सरकार कांग्रेस की यूपीए सरकार थी। उस समय न तो किसी प्रकार की सख्त कार्रवाई हुई और न ही पाकिस्तान पर कोई हमला किया गया। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी ने इस मामले में कड़ा रुख दिखाया है। उन्होंने आतंकवादियों के ठिकानों पर हमला किया और कई आतंकियों को मार गिराया। इससे देश और सेना का मनोबल बढ़ा है। इसलिए, अगर राहुल गांधी ऐसी बचकानी बातें करते रहेंगे तो वे अपनी ही पार्टी को नुकसान पहुंचाएंगे।
विदेशों में डेलिगेशन भेजने से होगा फायदा
ऑल पार्टी डेलिगेशन के बारे में अपनी राय व्यक्त करते हुए प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि देश के सांसद विदेश जाकर आतंकवाद के मुद्दे को विश्व स्तर पर समझा रहे हैं। सभी राजनीतिक दलों के सदस्यों का मिलकर एक डेलिगेशन बनना और वे कई देशों में जाकर भारत की बात रखना बहुत महत्वपूर्ण है। इससे भारत की स्थिति मजबूत होती है। यदि राहुल गांधी इसे समझ नहीं पा रहे हैं, तो यह वास्तव में आश्चर्य की बात है।