हरियाणा में भाजपा नेताओं को रोकने की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किय। करनाल में घरौंडा के पास बसताड़ा टोल प्लाजा पर पुलिस ने किसानों पर लाठियां भांजी। यहां किसानों ने टोल की दो-दो क्रॉसिंग छोड़कर बाकी रास्तों को बंद कर दिया था। लाठीचार्ज में कई प्रदर्शनकारियों को चोटें आई हैं। कुछ किसानों के सिर भी फूटे हैं। वहीं पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए किसान खेतों में भाग गए।
किसान आंदोलन में सक्रिय योगेंद्र यादव ने इस बारे में ट्वीट कर जानकारी दी है। उन्होंने अपने निजी ट्विटर हैंडल पर लिखा, 'ब्रेकिंग : हरियाणा के घरौंडा (करनाल) में किसानों पर पुलिस का हिंसक लाठीचार्ज। वे सीएम वे सीएम खट्टर और अन्य भाजपा नेताओं के करनाल दौरे का विरोध कर रहे थे। ये है हरियाणा पुलिस का असली चेहरा।'
किसान नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी के आह्वान पर हिसार-दिल्ली हाईवे पर किसानों ने रामायण टोल जाम कर दिया। इससे हाईवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं। पुलिस ने वाहनों को खरड़ और रामायण की तरफ डाइवर्ट करना शुरू किया है। इधर, करनाल में जींद चौक, बसताड़ा टोल, निसिंग और जलमाना गांव में जाम लगा दिया गया है। रोहतक में मकड़ौली टोल पर किसानों ने जाम लगाया।
किसानों पर लाठीचार्ज से भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने हुंकार भरी है। उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि पुलिस ने करनाल में किसानों का प्रवेश बंद कर दिया है। बसताड़ा टोल पर किसानों पर लाठीचार्ज कर उन्हें जख्मी कर दिया है। किसानों से मेरी अपील है कि लाठीचार्ज के विरोध में वे जहां-जहां संभव हो, सड़कें जाम कर दें और अगले आदेश तक जाम रखें। उन्होंने लिखा कि टोल पर भी जाम लगाया जाना चाहिए।