जयपुर: भारतीय रेलवे ने देशभर में यात्रियों को बेहतर सुविधाएं और अनुभव देने के उद्देश्य से रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास की एक महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की है। ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के अंतर्गत देश के 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 मई को 103 अमृत स्टेशनों का उद्घाटन करेंगे, जिसमें राजस्थान के 8 स्टेशन—फतेहपुर शेखावाटी, देशनोक, बूंदी, मांडलगढ़, गोगामेड़ी, राजगढ़, गोविंदगढ़ और मंडावर महुवा रोड—शामिल हैं। इन स्टेशनों को एक हेरिटेज लुक प्रदान किया गया है।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार, बढ़ती जनसंख्या, यात्रियों की सुविधाओं की मांग और वैश्विक मानकों के अनुरूप रेलवे स्टेशन के बुनियादी ढांचे को सशक्त बनाने की आवश्यकता ने पुनर्विकास प्रक्रिया को गति दी है। भारत सरकार की इस योजना के अंतर्गत राजस्थान के 85 रेलवे स्टेशनों का लगभग 4000 करोड़ रुपए की लागत से पुनर्विकास किया जा रहा है।
राजस्थान के जिन 8 स्टेशनों का होगा उद्घाटन:
1. देशनोक रेलवे स्टेशन (बीकानेर): लगभग ₹14 करोड़ की लागत से इस स्टेशन का पुनर्विकास किया गया है। टिकटिंग सुविधा, बड़ा वेटिंग हॉल, बेहतर पार्किंग, प्लेटफॉर्म शेल्टर, नया पोर्च, सर्कुलेटिंग एरिया, प्रवेश हॉल, शौचालय ब्लॉक, कोच इंडिकेशन बोर्ड, दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं और आकर्षक साइनेज उपलब्ध कराए गए हैं।
2. राजगढ़ रेलवे स्टेशन: ₹13 करोड़ की लागत से पुनर्विकसित यह स्टेशन अब और अधिक जगह और बेहतर सुविधाओं से लैस है। पोर्च, सुव्यवस्थित पार्किंग, नया प्लेटफार्म शेल्टर, कोच इंडिकेशन बोर्ड, दिव्यांगजनों की सुविधाओं के साथ 12 मीटर चौड़ा फुट ओवर ब्रिज भी बनाया गया है।
3. गोगामेड़ी रेलवे स्टेशन: ₹14 करोड़ की लागत से हुए विकास में स्टेशन भवन का कायाकल्प, सर्कुलेटिंग एरिया का सुनियोजित विकास, पार्किंग सुधार, नए प्लेटफार्म शेल्टर, बेहतर साइनेज, आधुनिक शौचालय और फुट ओवर ब्रिज शामिल हैं।
4. फतेहपुर शेखावाटी रेलवे स्टेशन: ₹16 करोड़ की लागत से पुनर्विकास के बाद यहां विस्तारित स्टेशन भवन, बड़ा वेटिंग हॉल, पार्किंग सुधार, आगमन-प्रस्थान व्यवस्था, प्लेटफॉर्म जोड़ने के लिए फुट ओवर ब्रिज जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
5. गोविंदगढ़ रेलवे स्टेशन: ₹4 करोड़ की लागत से यह स्टेशन अब सुंदर, विस्तारित और सुविधाजनक बन गया है। नया टिकटिंग एरिया, रैंप, दिव्यांगजनों के लिए शौचालय, नया फर्नीचर युक्त प्रतीक्षालय और डिजिटल साइनेज बोर्ड लगाए गए हैं।
6. मंडावर महुवा रेलवे स्टेशन (आगरा-बांदीकुई रेल मार्ग): ₹3 करोड़ की लागत से इस स्टेशन पर नया सर्कुलेटिंग एरिया, नवीनीकृत और नए शौचालय, रेनोवेटेड प्रतीक्षालय, दिव्यांगजनों हेतु टिकट खिड़की, रैंप और प्लेटफॉर्म शेल्टर के साथ डिजिटल साइनेज लगाए गए हैं।
7. मांडलगढ़ रेलवे स्टेशन: ₹5 करोड़ से अधिक की लागत से अत्याधुनिक रूप से विकसित यह स्टेशन अब नया रूप ले चुका है। वेटिंग हॉल, कियोस्क एरिया, नया प्रवेश और निकास द्वार, सेल्फी प्वाइंट, हरा-भरा क्षेत्र, ओवरशेड, लॉबी, राजसी इंटीरियर्स और शौचालयों के साथ अलग प्रवेश-निकास मार्ग प्रदान किए गए हैं।
8. बूंदी रेलवे स्टेशन: ₹8 करोड़ से अधिक की लागत से इस स्टेशन पर हाई लेवल प्लेटफॉर्म, खूबसूरत एंट्रेंस पोर्च, स्टोन क्लैडिंग, वेटिंग हॉल, प्लेटफॉर्म शेल्टर, वाटर बूथ, बुकिंग काउंटर, कोटा स्टोन फ्लोरिंग और नवीनीकृत शौचालय जैसी विश्वस्तरीय यात्री सुविधाएं दी गई हैं। इसके साथ ही दिव्यांगजनों और वृद्धजनों के लिए रैंप, बुकिंग काउंटर, शौचालय व जल बूथ की विशेष व्यवस्थाएं और विशाल पार्किंग भी उपलब्ध कराई गई है।