पाली जिले का 1200 वर्ष पुराना सोमनाथ महादेव मंदिर पूरे जिले के श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र माना जाता है। शहर के हृदय स्थल पर स्थित यह ऐतिहासिक मंदिर प्राचीन स्थापत्य, चित्रकला और मूर्तिकला का अद्भुत उदाहरण है। लंबे समय से इस मंदिर के जीर्णोद्धार की मांग उठ रही है, लेकिन अब तक किसी ने इस ऐतिहासिक धरोहर पर ध्यान नहीं दिया। राजस्थान सरकार के देवस्थान विभाग से पूर्व में इस कार्य के लिए बजट स्वीकृत करने की मांग की गई थी। अब शहरवासियों ने पाली प्रभारी मंत्री झाबर सिंह खर्रा को ज्ञापन सौंपकर शीघ्र जीर्णोद्धार कराने की मांग तेज कर दी है।
सांस्कृतिक व आध्यात्मिक धरोहर
यह प्राचीन शिव मंदिर न केवल धार्मिक, बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। पाली और जोधपुर संभाग के लाखों श्रद्धालुओं की आस्था इससे जुड़ी हुई है। मंदिर की स्थापत्य कला और मूर्तिकला सोमनाथ मंदिर की शैली से मेल खाती है।
हर सोमवार उमड़ती है भीड़
मंदिर की जीर्ण-शीर्ण अवस्था को लेकर श्रद्धालुओं की चिंता बढ़ रही है। हर सोमवार हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए यहां पहुंचते हैं, लेकिन मंदिर की बिगड़ती हालत को लेकर अब पुनः जीर्णोद्धार की मांग जोर पकड़ रही है।