जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शुक्रवार को पाकिस्तान को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि उसे खुद तय करना होगा कि वह क्या चाहता है। यदि पाकिस्तान तनाव बढ़ाने का प्रयास करेगा, तो उसका भारी नुकसान होगा और उसकी तबाही के लिए वही जिम्मेदार होगा। उमर अब्दुल्ला ने साफ किया कि मौजूदा हालात भारत की ओर से नहीं बनाए गए हैं, बल्कि प्रतिक्रिया मात्र है। उन्होंने पाकिस्तान को अपनी बंदूकें शांत रखने की सलाह दी।
उन्होंने कहा, “पहलगाम में जो कुछ हुआ, उसका जवाब देना हमारा कर्तव्य था और हमने दे दिया। हमारे पास ड्रोन और हथियार, दोनों में क्षमता अधिक है, और पाकिस्तान ने यह देख भी लिया है।”
घायलों का हाल जानने पहुंचे जीएमसी जम्मू
पाकिस्तान द्वारा की गई गोलाबारी और ड्रोन हमलों के बीच मुख्यमंत्री ने जम्मू और सीमावर्ती जिलों – सांबा, मिश्रीवाला, नागबनी, बिश्नाह और ठंडी खुई – में बने शिविरों और राहत केंद्रों का दौरा किया। उन्होंने वहां रह रहे नागरिकों के लिए किए गए इंतजामों का जायजा लिया। साथ ही, जीएमसी जम्मू में भर्ती घायल नागरिकों से भी मुलाकात की और उनका हालचाल जाना।
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि पाकिस्तान जानबूझकर नागरिकों को निशाना बना रहा है, जो बेहद निंदनीय है। उन्होंने कहा कि 1971 के युद्ध के बाद पहली बार जम्मू शहर को सीधा निशाना बनाया गया है।
ड्रोन हमले नाकाम, पुंछ में भारी नुकसान
मुख्यमंत्री ने बताया कि पाकिस्तान ने जम्मू शहर के कई हिस्सों में ड्रोन के माध्यम से हमले करने की कोशिश की और कश्मीर में भारत के आयुध डिपो को भी टारगेट किया गया। लेकिन भारतीय सुरक्षाबलों ने सभी ड्रोन हमलों को विफल कर दिया। उन्होंने पुंछ के हालात पर गहरी चिंता व्यक्त की और बताया कि वहां भारी नुकसान हुआ है। कई घायल नागरिकों को जम्मू में इलाज के लिए लाया गया है और एक गंभीर घायल को पीजीआई चंडीगढ़ भेजना पड़ा।
सरकार द्वारा भोजन, चिकित्सा सहायता और अन्य बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री ने माना कि यह कोई आदर्श स्थिति नहीं है, लेकिन सरकार हर संभव मदद दे रही है। जीएमसी के प्रिंसिपल डॉ. आशुतोष गुप्ता ने बताया कि सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह से सक्रिय हैं।
ब्लैकआउट के दौरान घरों में रहें, अफवाहों से बचें
शुक्रवार की शाम मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जम्मू और आसपास के क्षेत्रों के नागरिकों से अपील की कि ब्लैकआउट के दौरान और विस्फोटों की आवाज सुनने पर अपने घरों या किसी सुरक्षित स्थान पर रहें। उन्होंने अफवाहों पर ध्यान न देने की भी सलाह दी। सोशल मीडिया पर अपने एक्स हैंडल से उन्होंने लिखा कि यह जम्मू शहर में लगातार दूसरी रात है जब ब्लैकआउट किया गया है। ऐसे में जरूरी है कि लोग सड़कों पर न निकलें और शांतिपूर्वक अपने घरों में रहें।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार और सुरक्षा एजेंसियां स्थिति को संभाल रही हैं, और जल्द हालात सामान्य होंगे। "घबराएं नहीं, हम सब मिलकर इससे निपट लेंगे," उन्होंने लोगों का हौसला बढ़ाते हुए कहा।