श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमले के खिलाफ बुधवार को कश्मीर के प्रमुख अखबारों ने बेहद भावुक और सशक्त तरीके से विरोध दर्ज किया। ग्रेटर कश्मीर, राइजिंग कश्मीर, कश्मीर उज्मा, आफताब और तामीले इरशाद जैसे प्रतिष्ठित अंग्रेज़ी और उर्दू अखबारों ने अपने पहले पन्ने को पूरी तरह काले रंग में प्रकाशित किया।
अखबारों ने सफेद और लाल अक्षरों में जोरदार हेडलाइन छापकर इस क्रूर घटना के प्रति शोक और एकजुटता प्रकट की। ग्रेटर कश्मीर ने अपने पहले पेज पर लिखा –
“खौफनाक: कश्मीर जल उठा, कश्मीरी शोकग्रस्त” और उपशीर्षक में लिखा –“पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 की मौत”
"कश्मीर की आत्मा पर हमला" – भावुक संपादकीय
ग्रेटर कश्मीर के संपादकीय लेख का शीर्षक था –
“घाटी में जनसंहार – कश्मीर की आत्मा की रक्षा करें”,
जिसमें लिखा गया कि यह हमला सिर्फ मासूम लोगों की हत्या नहीं, बल्कि कश्मीर की पहचान, मेहमाननवाज़ी, अर्थव्यवस्था और नाज़ुक शांति पर हमला है।
“जो लोग कश्मीर की खूबसूरती देखने आए थे, उन्हें त्रासदी का सामना करना पड़ा। यह हमला कश्मीर की आत्मा को झकझोरने वाला है, और हर कश्मीरी इस बर्बरता की कठोर निंदा करता है।”
सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था
संपादकीय में यह भी कहा गया कि जिस जगह तक पहुंचने का रास्ता सिर्फ पैदल या टट्टुओं के ज़रिए है, वहां इतने बड़े हमले को अंजाम देना खुफिया तंत्र की बड़ी चूक को दर्शाता है। इसके लिए बेहतर निगरानी, समुदाय की भागीदारी, और आतंकवाद की जड़ों को समाप्त करने की ठोस रणनीति की जरूरत बताई गई।
"आतंक नहीं, एकजुटता का समय है"
संपादकीय ने सरकार, सुरक्षाबलों, नागरिक समाज और आम लोगों से अपील की कि वे आतंक के खिलाफ एकजुट होकर खड़े हों, ताकि पहलगाम की वादियों में फिर से हंसी-खुशी गूंजे, गोलियों की गूंज नहीं।