आतंकवादियों के ठिकानों पर भारत द्वारा किए गए हमले को ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने पूरी तरह से जायज ठहराया है। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत द्वारा उठाए गए कदम का समर्थन करते हुए कहा कि किसी भी देश को यह स्वीकार नहीं करना चाहिए कि उसके खिलाफ किसी अन्य देश की जमीन से आतंकी हमले किए जाएं। ब्रिटेन के पूर्व पीएम ने सोशल मीडिया पर लिखा कि भारत को पूरी तरह से अधिकार है कि वह आतंकवादी ढांचे पर जवाबी हमला करे और आतंकवादियों को सजा से बचने का कोई अवसर नहीं मिलना चाहिए।
पीएम मोदी ने दिया ऑपरेशन सिंदूर का नाम
महत्वपूर्ण यह है कि पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा किए गए हमलों का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रखा था। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की हत्या कर दी गई थी, जिनमें सभी पुरुष थे। सूत्रों के अनुसार, मृतकों की पीड़ित पत्नियों को ध्यान में रखते हुए जवाबी अभियान के लिए 'ऑपरेशन सिंदूर' नाम सबसे उपयुक्त माना गया था।
सरकार द्वारा जारी आधिकारिक ब्रीफिंग में बताया गया कि हमलों को रात 1.05 बजे से 1.30 बजे के बीच अंजाम दिया गया, जिसमें पाकिस्तान और पीओके स्थित ठिकानों पर सटीक मिसाइल और ड्रोन हमले किए गए। इन ठिकानों में बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद का गढ़ और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा का अड्डा शामिल था।
पीएम मोदी ने रातभर रखी थी नजर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरी रात अभियान पर निगरानी रखी और बाद में सशस्त्र बलों की प्रशंसा करते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल की साप्ताहिक बैठक में सफल हमले की सराहना की। सूत्रों ने बताया कि पहलगाम में हुए नागरिकों के नरसंहार का बदला लेने के लिए इस सैन्य अभियान का नाम ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रखने का विचार प्रधानमंत्री मोदी का था। भारतीय परंपरा में विवाहित महिलाएं ‘सिंदूर’ का इस्तेमाल करती हैं, और यही कारण था कि इस नाम को चुना गया।
पहलगाम हमले में कुछ नवविवाहित युवक भी मारे गए थे, और उनकी विधवाओं के शोकपूर्ण चेहरे ने पूरे देश में आक्रोश की लहर पैदा कर दी थी। हमले में शहीद हुए नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की पार्थिव देह के पास बैठी उनकी पत्नी हिमांशी की तस्वीर इस हमले की बर्बरता को बयान करती है। दोनों की शादी हमले से एक सप्ताह पहले ही हुई थी, और वे हनीमून मनाने पहलगाम गए थे। रायपुर के दिनेश मिरानिया और नेहा अपनी विवाह की वर्षगांठ मनाने पहुंचे थे, वहीं कानपुर के शुभम द्विवेदी भी अपनी पत्नी के साथ छुट्टियां मनाने पहलगाम गए थे।