जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में पाकिस्तानी गोलीबारी में लांस नायक दिनेश कुमार की शहादत के बाद पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने भारत और पाकिस्तान से युद्धविराम की अपील की है। उन्होंने कहा कि अब जबकि दोनों देशों ने 'हिसाब बराबर' कर लिया है, तो आम लोगों की जान बचाने के लिए हमले रोक दिए जाने चाहिए। महबूबा ने सवाल उठाया कि मासूम बच्चे और महिलाएं इस संघर्ष की कीमत क्यों चुकाएं, और प्रधानमंत्री मोदी से आग्रह किया कि वह पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से सीधे संवाद कर इस सिलसिले को खत्म करें।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में मासूम बच्चे और महिलाएं मारे जा रहे हैं, जबकि इस जंग का हिस्सा न वे हैं और न ही उनके हाथों में कोई फैसला है। उन्होंने कहा, "पुलवामा हो या पहलगाम, हर हमले के बाद जवाबी कार्रवाई होती है, लेकिन क्या इससे समाधान निकल रहा है? जब तक दोनों देश राजनीतिक स्तर पर संवाद नहीं करते, तब तक यह सिलसिला नहीं रुकेगा।"
उन्होंने आगे कहा कि भारत आज वैश्विक शक्ति बन रहा है और पाकिस्तान आंतरिक संकटों से जूझ रहा है। ऐसे में दोनों देशों को शांति की दिशा में कदम बढ़ाने चाहिए। महबूबा ने सुझाव दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को फोन पर सीधे संवाद करना चाहिए और सीमा पर हो रही हिंसा को समाप्त करने का प्रयास करना चाहिए।
महबूबा मुफ्ती का सीधा सवाल
"अगर दोनों देश कह रहे हैं कि 'हिसाब बराबर' हो गया, तो फिर मासूमों की जान क्यों जा रही है? हमारे लोग क्यों मारे जा रहे हैं? अब वक्त है इस खून-खराबे को रोकने का।"
उन्होंने यह भी कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में डर और दहशत का माहौल है, जिसे खत्म करना सरकारों की जिम्मेदारी है। "यह सब इंसानियत के खिलाफ है, इसे तत्काल रोका जाना चाहिए," उन्होंने जोर देकर कहा।