इंदौर की एक महिला सॉफ्टवेयर इंजीनियर का शव होटल के कमरे में मिला। महिला ने होटल में जाकर आत्महत्या कर ली। उसने पहले अपने हाथ की नस काटी। फिर साड़ी का फंदा बनाकर पंखे पर झूल गई। आत्महत्या से पहले उसने भाई को वीडियो कॉल किया था। वीडियो भी रिकॉर्ड किया है, जिसमें वह अपने माता-पिता और अन्य परिजनों से माफी मांग रही है। इसमें उसे कहते सुना गया है कि वह उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकी, इसलिए जीवन खत्म कर रही है। महिला ने अग्रसेन चौराहा स्थित वेनीस ब्लू होटल में फांसी लगा ली।
पुलिस के मुताबिक जगजीवनराम नगर निवासी मोनिका यादव (24) सॉफ्टवेयर इंजीनियर थीं। एक फायनेंस कंपनी में नौकरी करती थी। नवंबर 2021 में धीरज यादव से उसकी शादी हुई थी। शनिवार को टहलने का कहकर घर से निकली थी और घर नहीं लौटी। परिजनों ने तलाश किया, मगर पता नहीं चला। गुमशुदगी की रिपोर्ट भी पुलिस थाने में दर्ज करवाई थी। मोनिका के भाई नमन के मोबाइल पर मोनिका के फांसी लगाते हुए वीडियो आए। नमन जीजा धीरज को लेकर थाने पहुंचा। पुलिस तलाश में जुटी। सुबह भंवरकुआं थाना पुलिस को खबर मिली मोनिका ने वेनीस ब्लू होटल के रूम नंबर 204 में फांसी लगा ली है। घटनास्थल पर खून बिखरा पड़ा था। मोनिका ने फांसी लगाने से पहले हाथ की नस काटी थी। सूचना के बाद मायके व ससुराल वाले भी होटल पहुंचे। पुलिस ने मोनिका का फोन जब्त कर लिया है। वह डिस्चार्ज था। चार्ज करने पर फोन में करीब 127 मिस्ड कॉल मिले। यह बात सामने आई है कि शनिवार को ही मोनिका होटल में ठहरी थी। पुलिस परिजनों से पूछताछ कर रही है। मायके पक्ष के बयान लिए जा रहे हैं।
आत्महत्या से पहले बनाया वीडियो
पुलिस को वह वीडियो मिला है जो मृतका ने खुदकुशी से पहले भाई नमन को भेजा था। वीडियो में दिख रहा है कि मोनिका ने अपनी साड़ी का फंदा पंखे पर कसा था। एक सिरे को पकड़कर वह रो रही थी। रोते हुए ही वीडियो पर कह रही थी कि मैं जीवन खत्म कर रही हूं। कोई नहीं है। मैं जीना नहीं चाहती अब। वीडियो में वह मंगलसूत्र खोलकर रख रही है। यह भी कहा कि जीजी तू अपना ध्यान रखना। मेरे सारे कपड़े, सब कुछ तेरा है बेटा। इसके बाद वीडियो बंद कर दिया। हालांकि, वीडियो में कुछ शब्द स्पष्ट नहीं हैं।
बच सकती थी जान
मोनिका का ससुराल एमआईजी थाना क्षेत्र में रहता है। रविवार रात को थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज की गई थी। पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर लोकेशन ट्रेस कर ली होती तो मोनिका को बचाया जा सकता था। परिजनों की शिकायत को पुलिस ने अनसुना कर दिया था। डीसीपी संपत उपाध्याय को फोन करने पर ही थाना प्रभारी ने गुमशुदगी दर्ज करने के निर्देश दिए। रात करीब 3 बजे मोनिका ने नमन को वीडियो भेजे थे। 15 मिनट बाद फांसी लगा ली। डीसीपी और टीआई को कॉल भी किया।
नमन का आरोप है कि यदि पुलिस समय पर बहन की लोकेशन का पता लगा सकती थी हो सकता था जान बच जाती। जिस होटल में घटना घटी वहां से पुलिस को जानकारी मिली कि रात 12:15 बजे मोनिका ने रूम रेंट पर लिया था। उसने आधार कार्ड और 500 रुपये दिए थे।