कुवैत अग्निकांड: 45 भारतीयों के शवों के साथ वायुसेना का 130जे विमान कोच्चि पहुंचा
By: Rajesh Bhagtani Fri, 14 June 2024 12:19:08
कोच्चि। कुवैत के मंगफ में आग लगने की घटना में मारे गए 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर को लेकर भारतीय वायुसेना का विशेष विमान सी-130जे शुक्रवार सुबह कोच्चि पहुंचा। भारतीय दूतावास ने पहले बताया कि विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह भी विमान में सवार थे, जो शुक्रवार सुबह कुवैत पहुंचे और उन्होंने लोगों की शीघ्र वापसी सुनिश्चित करने के लिए कुवैती अधिकारियों के साथ समन्वय किया।
कोच्चि रेंज के डीआईजी पुट्टा विमलादित्य ने पहले संवाददाताओं को बताया, "हमने शवों को यहां लाने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं कर ली हैं। प्रत्येक पीड़ित के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है और उसके बाद एंबुलेंस को गंतव्य तक ले जाने के लिए एक पायलट (वाहन) की व्यवस्था की जाएगी। हम अन्य राज्यों से भी शव आने की उम्मीद कर रहे हैं और तदनुसार हम आवश्यक कदम उठा रहे हैं। परिवार के सदस्य यहां आएंगे, हम उनके साथ भी समन्वय कर रहे हैं।"
एनार्कुलम में 45 मजदूरों के पार्थिव शरीर पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने गहरा दुख जताया। उन्होंने कहा कि हमारी व्यक्तिगत क्षति है। मृतक के परिजनों समेत सभी केरल के लोग इस घटना से दुखी हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत अपनी भूमिका बहुत अच्छी तरह से निभाएगा, क्योंकि हमने खबर मिलते ही कार्रवाई शुरू कर दी थी। भारत सरकार उचित कार्रवाई कर पीड़ित परिजनों को उचित राहत सहायता प्रदान करेगी।
गुरुवार को हादसे के कुछ घंटों बाद ही भारतीय विदेश राज्य मंत्री कुवैत पहुंच गए थे। उन्होंने शवों को जल्द ही भारत लाने के लिए कुवैत अधिकारियों से तालमेल बढ़ाया था। घटना के बाद भारतीय विदेश राज्यमंत्री ने पीड़ित घायलों से मुलाकात की थी। साथ ही वह हादसे वाली जगह भी गए। उन्होंने पीड़ित और मृतकों के परिजनों को हर संभव मदद किए जाने का एलान किया है।
इंडियन एयरफोर्स का ये विशेष विमान मृतकों के शवों को अंतिम संस्कार के लिए भारत लेकर आ रहा है। आगजनी में जान गंवाने वाले भारतीयों मजदूरों में 23 केरल से, 7 तमिलनाडु से, 2-2 आंध्र प्रदेश और ओडिशा से थे। बिहार, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा, झारखंड और उत्तर प्रदेश से 1-1 मजदूरों की हादसे में जान गई है।
आगजनी में जान गंवाने वाले मजदूर कुवैत की सबसे बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनी NBTC में काम करते थे। जांच के दौरान पता चला कि जिस बिल्डिंग में आग लगी है, वह बिल्डिंग भी NBTC की ही थी। कुछ भारतीय मजदूर हाल ही में काम के लिए कुवैत आये थे। कई ऐसे भी थे जो दशकों से कुवैत में रह कर काम कर रहे थे।
#WATCH | Ernakulam: Union Minister Suresh Gopi says, The tragedy is so voluminous and impactful, that it is a thud on the pravaasi community, which helped the economic situation in Kerala... The state and the country have very high regard for the pravaasi community and it is… https://t.co/TV1OMN3Hxy pic.twitter.com/VVpDjLDZwG
— ANI (@ANI) June 14, 2024
कुवैती अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने दक्षिणी कुवैत में विदेशी श्रमिकों के आवास वाली एक इमारत में लगी भीषण आग में मारे गए 45 भारतीयों और तीन फिलिपिनो नागरिकों के शवों की पहचान कर ली है। आग में कम से कम 49 प्रवासी श्रमिकों की मौत हो गई और 50 अन्य घायल हो गए।
इससे पहले, गैर-निवासी केरलवासियों के मामलों के विभाग (NORKA) के एक अधिकारी ने अनौपचारिक रूप से कहा कि कुवैत में उनके हेल्प डेस्क द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, आग में 24 मलयाली मारे गए थे। उन्होंने कहा कि इनमें से 22 की पहचान कर ली गई है। इससे पहले, विदेश स्थित तमिल संघों द्वारा दी गई जानकारी का हवाला देते हुए, तमिलनाडु के अल्पसंख्यक कल्याण और गैर-निवासी तमिल कल्याण मंत्री गिंगी केएस मस्तान ने संवाददाताओं को बताया था कि राज्य के पांच लोग मारे गए थे।