जोधपुर। राज्यपाल हरिभाऊ किशनराव बागडे ने कहा है कि जहां शिक्षा मिलती है, वह जगह पवित्र होती है, लेकिन हम ऐसी पवित्र जगह पर शिक्षा देने में कोताही बरतते हैं। यह अच्छा नहीं है. हमें शिक्षा का प्रचार प्रसार करना चाहिए। विद्यार्थियों को ज्ञान देने का प्रण होना चाहिए। उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि उनके पास शिक्षा का भंडार है, वह ज्ञान देते रहें। आप चले जाएंगे तो आपके साथ यह ज्ञान भी चला जाएगा।
राज्यपाल शनिवार को जोधपुर में कृषि विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि किताबें पढ़ने से डिग्री मिल सकती है, लेकिन बौद्धिकता नहीं मिलती। बौद्धिक क्षमता के लिए अच्छे साहित्य पढ़ने होंगे। केवल काम चलाउ शिक्षा से काम नहीं चलेगा। डिग्री से नौकरी नहीं मिलती है। आपके दिमाग में क्या है, उससे नौकरी मिलती है। वैचारिकता होना जरूरी है। इससे बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी। शिक्षा के मंदिर में किसी तरह का भ्रष्टाचार नहीं होना चाहिए। यह महापाप होगा।
उपाधियां व मेडल बांटे
राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कृषि विश्वविद्यालय के छठे दीक्षांत समारोह में कुल 264 उपाधियां बांटी। इनमें 211 कृषि स्नातक, 25 डेयरी प्रौद्योगिकी स्नातक, 23 स्नातकोत्तर व 5 विद्यावाचस्पति की उपाधियां दी गई। इस दौरान 7 विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक व 3 दानदाता स्वर्ण पदक भी दिए गए। श्री कर्ण नरेंद्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर के पूर्व कुलपति डॉ. जे.एस. संधु को डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि से सम्मानित किया गया।