हरियाणा के सोनीपत में होली के दिन भाजपा नेता और मुंडलाना मंडल अध्यक्ष सुरेंद्र जवाहरा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। उन्हें तीन गोलियां मारी गईं। प्रारंभिक जांच में यह मामला जमीनी विवाद से जुड़ा बताया जा रहा है। आरोप है कि पड़ोसी, जिनके साथ सुरेंद्र का जमीन को लेकर विवाद चल रहा था, ने रंजिश के चलते इस वारदात को अंजाम दिया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। सदर थाना पुलिस इस हत्याकांड की गहन जांच कर रही है ताकि वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके। यह वारदात शुक्रवार रात करीब साढ़े 9 बजे जवाहरा गांव में हुई, जब पड़ोसी ने सुरेंद्र जवाहरा को गोली मार दी। बताया जा रहा है कि सुरेंद्र ने अपने पड़ोसी से उसकी बुआ के नाम की जमीन खरीदी थी, जिसके कारण दोनों के बीच विवाद चल रहा था।
आरोपी ने माथे और पेट में मारी गोली
मृतक सुरेंद्र जवाहरा ने जिस जमीन को खरीदा था, उस पर कदम रखने तक की चेतावनी उसके पड़ोसी ने दी थी। विवादित जमीन पर बुआई करने से नाराज पड़ोसी ने होली की रात सुरेंद्र पर तीन गोलियां चला दीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
होली के दिन सुरेंद्र ने अपने परिवार और पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ जमकर जश्न मनाया। लेकिन जब वे घर लौटे, तो पड़ोसी ने घात लगाकर उन पर हमला कर दिया। जान बचाने के लिए सुरेंद्र एक दुकान में भागकर घुसे, लेकिन हमलावर ने पीछा करते हुए उनके माथे और पेट में गोली मार दी।
क्या यही थी हत्या की असली वजह?
सुरेंद्र जवाहरा को माथे और पेट में गोली मारी गई, जिसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। वारदात के बाद गांव में हड़कंप मच गया। गंभीर रूप से घायल सुरेंद्र को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हत्या की वजह केवल जमीनी विवाद ही नहीं, बल्कि एक और कारण भी सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि सुरेंद्र की पत्नी ने साल 2022 में सरपंच चुनाव लड़ा था। हालांकि, वह मामूली अंतर से चुनाव हार गई थीं, लेकिन इस दौरान कृष्ण सरपंच उनके विरोध में था। सुरेंद्र और कृष्ण के बीच पहले से ही तनातनी चल रही थी, और आशंका जताई जा रही है कि यह पुरानी रंजिश भी हत्या की वजह हो सकती है।