सीने के आर-पार हुए 40 फीट के 2 सरिए, 5 घंटे चले ऑपरेशन के बाद बची जान

By: Pinki Sun, 31 Oct 2021 4:12:36

 सीने के आर-पार हुए 40 फीट के 2 सरिए, 5 घंटे चले ऑपरेशन के बाद बची जान

करीब 5 घंटे तक चले जटिल ऑपरेशन के बाद डॉक्टर्स ने युवक के शरीर से सरिए के दो टुकड़े निकाले। अब युवक खतरे से बाहर है। उसके परिजनों ने डॉक्टरों की टीम का आभार जताया है।

गन्नौर के पास जुगाड़ की बाइक पर सरिया लादकर ले जा रहे एक ड्राइवर ने बाइक सवार 18 साल के कर्ण को टक्कर मार दी थी। हादसा इतना भयानक था कि दो सरिए कर्ण के सीने के आर-पार हो गए थे। हादसे की जानकारी मिलते ही उसके परिजन जब मौके पर पहुंचे तो देखा की कर्ण के सीने में जो सरिए घुसे हुए थे, उनकी लंबाई करीब 40 फीट थी। परिजनों ने उसे आनन-फानन में खानुपर मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाया। जहां प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टर्स ने उसे रोहतक PGI रेफर कर दिया। PGI में की गई सर्जरी में डॉक्टर्स ने रात को ही कटर मशीन से सरिए को काटने और उसकी जान बचाने की कोशिश शुरू कर दी। रात भर उसे डॉक्टर की निगरानी में रखा गया, जिसके बाद उसके पेट में घुसे हुए 2 सरिए बाहर निकाले गए। पेट से सरिया निकालने के बाद उसे स्पेशल वार्ड में भर्ती किया गया, जहां पर उसका इलाज चल रहा है और वह अब खतरे से बाहर है।

सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ एसएस लोहचब के नेतृत्व में डॉ संदीप सिंह, डॉ फर्कलीना, प्रो नवीन महलोत्रा, डॉ इंद्रा मलिक ने इस सर्जरी को किया। डॉक्टर्स ने कहा कि यह उनके लिए बहुत बड़ा चैलेंज था। ऐसे केस उन्होंने बहुत ही कम देखे हैं, क्योंकि इस तरह के केस में अधिकांश घायलों की मौके पर ही मौत हो जाती है। कुछ लोग अस्पतालों तक भी नहीं पहुंच पाते हैं। सरिए इस तरह शरीर में घुसे हुए थे कि हवा तक भी आने-जाने का रास्ता नहीं था। सरियों को चार हिस्सों में शरीर से बाहर निकाला गया। इस सफल और आश्चर्यजनक सर्जरी के बाद PGI की वाइस चांसलर IAS डॉ जी अनुपमा, DGMERN ने चिकित्सकों की टीम को शाबाशी दी है। घायल कर्ण के परिजनों ने भी डॉक्टरों का आभार जताया है।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com