राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के सुप्रीमो और सांसद हनुमान बेनीवाल ने शनिवार को शहीद स्मारक पर SI भर्ती-2021 परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर धरना दिया। इससे पहले उन्होंने प्रदर्शन भी किया। इस दौरान बेनीवाल ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों से लोग अब परेशान हो चुके हैं।
बेनीवाल ने आरोप लगाया कि पूर्व कांग्रेस सरकार में भर्तियों के नाम पर सबसे बड़ा घोटाला हुआ है और इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, "अब हम लोग सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं और अगर जरूरत पड़ी तो दिल्ली का रुख भी किया जाएगा। इसमें अब आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी, और बच्चों को न्याय दिलाया जाएगा।"
दस साल की भर्तियों की जांच हो:
बेनीवाल ने यह भी मांग की कि राजस्थान में पिछले दस सालों में हुई सभी भर्तियों और पेपर लीक मामलों की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, "राजस्थान लोकसेवा आयोग का पुनर्गठन किया जाए, और रीट भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए।" साथ ही, उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी और कांग्रेस एक-दूसरे के कारनामों पर पर्दा डालने का काम कर रहे हैं।
एनकाउंटर की घटनाओं की भी हो जांच:
बेनीवाल ने बताया कि राजस्थान में जहां-जहां एनकाउंटर की घटनाएं हुई हैं, वहां वे धरने पर बैठे और एनकाउंटर की फाइलों को दुबारा खोलने की मांग की। उन्होंने कहा कि उनकी सभी कोशिशों में सफलता मिली है और वे इसी तरह जनहित में काम करते रहेंगे।
सुरक्षा को लेकर बेनीवाल का बयान:
आईबी से मिले इनपुट के बाद बेनीवाल की सुरक्षा बढ़ा दी गई। इस पर बेनीवाल ने स्पष्ट किया, "मुझे कोई धमकी नहीं मिली है, लेकिन हम लोग माफिया और हार्डकोर अपराधियों से लड़ते रहते हैं। कई लोगों को न्याय भी दिलाया है, लेकिन मैंने कभी सरकार से सुरक्षा की मांग नहीं की।"