मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां एक शख्स के मुंह के अंदर अचानक से बाल उगने लगे। जब इसकी वजह का पता लगाया गया, तो डॉक्टर्स भी हैरान रह गए। यह घटना जबलपुर के अधारताल निवासी 54 वर्षीय मुकेश गंभीर की है, जो सब्जी का ठेला लगाते हैं। पिछले नौ महीने से उन्हें एक दुर्लभ और अनोखी समस्या का सामना करना पड़ा। नौ महीने पहले उनके गाल के अंदर एक छोटा सा छाला उभरा था, जो धीरे-धीरे बड़ा होने लगा। इस समस्या से परेशान होकर उन्होंने जबलपुर के मेडिकल कॉलेज के कैंसर अस्पताल में पदस्थ डॉ. अर्पण मिश्रा से परामर्श लिया। डॉ. मिश्रा ने जांच करने के बाद ऑपरेशन की सलाह दी।
मुकेश गंभीर को ऑपरेशन के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं दिखा, इसलिए उन्होंने सर्जरी करवाने का निर्णय लिया। सर्जरी का आयोजन आशीष हॉस्पिटल में किया गया, जिसमें डॉक्टर ने उनके मुंह के अंदर हुए छेद को भरने के लिए उनकी ठुड्डी की त्वचा को निकालकर वहां लगा दिया। शुरुआत में सब कुछ ठीक-ठाक रहा, लेकिन कुछ ही हफ्तों बाद मुंह के अंदर बाल उगने लगे, जिससे डॉक्टर भी चौंक गए।
मुंह के अंदर उग रहे बाल
मुकेश गंभीर के अनुसार, यह समस्या इतनी बढ़ चुकी है कि उन्हें नियमित रूप से कैंची से अपने मुंह के अंदर उगे बाल काटने पड़ते हैं। अगर वे ऐसा नहीं करते, तो बाल बढ़कर उनके होंठों से बाहर आ जाते हैं, जिससे उन्हें और भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। कई बार बाल काटते समय खून भी निकल आता है। इस असामान्य समस्या के कारण वे ठीक से भोजन नहीं कर पा रहे हैं, खासकर नमक और मिर्च वाले खाने से उन्हें जलन होती है। इस स्थिति ने उनकी सेहत पर भी नकारात्मक असर डाला है।
कोई समाधान नहीं मिला
मुकेश ने इस समस्या के समाधान के लिए जबलपुर के कई डॉक्टरों से परामर्श लिया, लेकिन कोई भी संतोषजनक इलाज नहीं मिल सका। इसके बाद उन्होंने देश के प्रतिष्ठित टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई का रुख किया, लेकिन वहां के डॉक्टरों ने भी इस मामले में कोई खास इलाज उपलब्ध नहीं बताया। डॉक्टरों ने स्पष्ट किया कि इस तरह के मामलों में कोई विशेष उपचार नहीं है, जिससे मुकेश को और भी निराशा हाथ लगी।
कैसे हुई यह समस्या?
डॉक्टरों के अनुसार, मुंह के अंदर बाल उगने की यह समस्या त्वचा प्रत्यारोपण (स्किन ग्राफ्टिंग) के कारण हुई। सामान्यत: त्वचा को शरीर के किसी अन्य हिस्से से लेकर ग्राफ्ट किया जाता है। चूंकि डॉक्टर ने मुकेश के ठुड्डी की त्वचा को गाल के अंदर लगाया था, इसलिए वहां मौजूद बालों की जड़ें (हेयर फॉलिकल्स) भी स्थानांतरित हो गईं, जिसके परिणामस्वरूप गाल के अंदर बाल उगने लगे।
इस समस्या का समाधान क्या है?
डॉक्टरों ने इस समस्या का समाधान रेडियोथेरेपी में बताया है। रेडियोथेरेपी एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें ऊतकों पर नियंत्रित विकिरण (रेडिएशन) डाला जाता है, ताकि अनावश्यक बालों की वृद्धि को रोका जा सके। हालांकि, मुकेश ने अभी तक रेडियोथेरेपी नहीं करवाया है, जिससे उनकी परेशानी बनी हुई है।
चिकित्सा विज्ञान के लिए चुनौती
मुंह के अंदर बाल उगने का यह मामला चिकित्सा विज्ञान के लिए एक अनोखी चुनौती बन गया है। इस तरह के दुर्लभ मामलों पर और अधिक शोध की आवश्यकता है। यह घटना न केवल मरीज के लिए कठिनाई पैदा कर रही है, बल्कि चिकित्सा विशेषज्ञों को भी इस तरह के मामलों के समाधान पर विचार करने के लिए मजबूर कर रही है।