गाजियाबाद के भोजपुर थाना क्षेत्र के दतेड़ी गांव में एक कपड़ा फैक्ट्री में बायलर फटने से बड़ा हादसा हो गया। इस दुर्घटना में 3 मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। हादसे की खबर मिलते ही पुलिस और प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई और बचाव कार्य शुरू कर दिया।
गुस्साए परिजनों ने किया हंगामा
घटना की सूचना मिलते ही मृतक मजदूरों के परिजन फैक्ट्री पहुंच गए और शव उठाने से इनकार कर दिया। उन्होंने फैक्ट्री मालिक पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। देखते ही देखते सैकड़ों लोग घटनास्थल पर जमा हो गए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया। फैक्ट्री में हुए विस्फोट के बाद फायर ब्रिगेड की टीम भी मौके पर पहुंची। पुलिस अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रित करने और गुस्साए लोगों को शांत कराने की कोशिश की। वहीं, घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया। यह हादसा सुबह करीब 5 बजे हुआ, जब फैक्ट्री में मजदूर काम कर रहे थे। अचानक बायलर फट गया, जिससे मजदूर इसकी चपेट में आ गए। इस घटना ने एक बार फिर फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि बायलर फटने की असली वजह क्या थी।
#WATCH | Uttar Pradesh | Three workers killed in a boiler blast in a factory in Ghaziabad
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) March 28, 2025
ACP Gyan Prakash says, Three workers died on the spot in a boiler blast incident in this factory today. pic.twitter.com/zExKMZengo
फैक्ट्री में मचा हड़कंप
गाजियाबाद की एक फैक्ट्री में दर्दनाक हादसा हो गया, जब बायलर फटने से तीन मजदूरों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह हादसा उस समय हुआ जब फैक्ट्री में नाइट शिफ्ट के कर्मचारी काम कर रहे थे। अचानक हुए धमाके से फैक्ट्री में अफरा-तफरी मच गई और मजदूर इधर-उधर भागने लगे।
घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया
धमाके की आवाज सुनकर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंचे। सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची और घायलों को एंबुलेंस की मदद से अस्पताल भिजवाया गया। जहां उनका इलाज जारी है। बताया जा रहा है कि जिस फैक्ट्री में हादसा हुआ, वहां गत्ते के रोल बनाए जाते हैं। जब पुलिस मृत मजदूरों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी कर रही थी, तभी मृतकों के परिजनों ने हंगामा शुरू कर दिया। उनका आरोप है कि फैक्ट्री में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे और मजदूरों को सेफ्टी उपकरण भी नहीं दिए गए थे। परिजनों का कहना है कि यदि सावधानी बरती जाती तो यह हादसा टाला जा सकता था। इस धमाके की गूंज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। पुलिस ने फैक्ट्री मालिक के खिलाफ लापरवाही के आरोपों को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। साथ ही, फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की अनदेखी की जांच भी की जा रही है।