इजरायल की धमकी के बाद खाली होने लगा गाजा, विस्थापित नागरिकों के काफिले पर हमला, 70 फिलिस्तीनी मरे, 200 घायल
By: Rajesh Bhagtani Sat, 14 Oct 2023 10:17:35
इजरायल और हमास संघर्ष के बीच लाखों फिलिस्तीनी बेघर हो गए हैं। इजारायली डिफेंस फोर्स की चेतावनी के बाद बड़ी तादाद में उत्तरी गाजा से लोग निकलने लगे हैं। इजरायल ने उत्तरी गाजा में रहने वाले 10 लाख से ज्यादा फिलिस्तीनियों को दक्षिण इलाके को खाली करने की चेतावनी दी है जिसके बाद लोग पैदल और गाड़ियों के जरिए जा रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि बड़े पैमाने पर लोगों को पलायन करने का ऐलान बेहद खतरनाक है और यह मानवता के खिलाफ है।
अंतराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जब महिलाएं और बच्चे उत्तरी गाजा से निकल कर बीच रास्तों में थे इजरायल की ओर से हमले किए गए। गाजा स्थित आंतरिक मंत्रालय के मुताबिक उत्तरी गाजा से दक्षिण की ओर जा रहे विस्थापित नागरिकों के एक काफिले पर इजरायली हवाई हमले में कम से कम 70 फिलिस्तीनी मारे गए और 200 अन्य घायल हो गए हैं।
फ़िलिस्तीनी अधिकारियों का कहना है कि गाजा पट्टी पर इजरायल के बमबारी में 2,200 से अधिक लोग मारे गए हैं। जबकि इजरायल में मरने वालों की संख्या 1,300 से ज्यादा है।
इजरायल-हमास युद्ध पर कुछ अहम अपडेट
अमेरिकी सरकार ने गाजा में अपने नागरिकों को मिस्र के रास्ते राफा क्रॉसिंग से निकलने के लिए कहा है, इसे लेकर मिस्र-अमेरिका की सहमति हो गई है। राफा क्रॉसिंग गाजा के अंदर और बाहर जाने वाला एकमात्र रास्ता है।
फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले शनिवार को संघर्ष शुरू होने के बाद से गाजा में 28 चिकित्सा कर्मचारी मारे गए हैं। इसमें यह भी कहा गया है कि गाजा स्ट्रिप में दो अस्पताल बीट हनौन ए अल ड्यूरा अस्पताल अब बंद हो चुके हैं, और 15 अन्य चिकित्सा केंद्र भी हमलों का शिकार हुए हैं।
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि गाजा में उसके आश्रय स्थल अब सुरक्षित नहीं हैं क्योंकि इस क्षेत्र में 24 लाख लोगों के लिए अब पानी तक खत्म हो रहा है और दूसरी जरूरत के सामान भी खत्म हो रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक पिछले 24 घंटों में 320 से ज्यादा फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें गाजा शहर से भाग रहे काफिलों पर इजरायली हवाई हमलों में मारे गए कई महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
तुर्की का कहना है कि वह फिलिस्तीनियों के गाजा पट्टी को छोड़कर जाने के खिलाफ है। तुर्की के विदेश मंत्री हाकन फ़िदान ने काहिरा में एक संवाददाता सम्मेलन में यह बयान दिया। फ़िदान ने कहा कि संघर्ष को रोका जाना चाहिए और जरूरी है कि इसका समाधान जल्द हो।
स्पेन के प्रधान मंत्री पेड्रो सांचेज़ ने चेतावनी दी है कि इजरायल जो कर रहा है वह ठीक नहीं है क्योंकि अन्तर्राष्ट्रीय कानून बड़े पैमाने पर लोगों को इस तरह निकाले जाने पर प्रतिबंध लगाता है। सांचेज़ ने दक्षिण-पश्चिमी शहर में अपनी सोशलिस्ट पार्टी की एक सभा के दौरान कहा कि इजरायल को अपनी रक्षा करने का अधिकार है लेकिन जो वह कर रहा यह कानूनन गलत है।