दिल्ली के गांधी नगर थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने बिना परिवार को बताए 2014 में कारोबार के लिए एक फाइनेंसर से 50,000 रुपये ब्याज पर लिए थे। 11 साल बाद यह रकम बढ़कर 10 लाख रुपये हो गई, और वह हर महीने 25 हजार रुपये ब्याज चुकाने को मजबूर था। जब उसके पास ब्याज चुकाने के लिए पैसे नहीं बचे, तो उसने फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान 42 वर्षीय ललित मोहन वार्ष्णेय के रूप में हुई है। आत्महत्या से पहले उन्होंने अपने फोन में 2.30 मिनट के दो वीडियो रिकॉर्ड किए, जिनमें फाइनेंसर संजीव जैन पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया। पुलिस ने आरोपी फाइनेंसर को गिरफ्तार कर लिया है। ललित मोहन अपने परिवार के साथ कैलाश नगर में रहते थे। उनके परिवार में बुजुर्ग मां शारदा वार्ष्णेय, पत्नी पूनम गुप्ता, एक बेटा और एक छोटी बेटी हैं। उनकी मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान थी। परिवार के अनुसार, सोमवार सुबह करीब 11 बजे सभी घर में नाश्ता कर रहे थे, जब यह दुखद घटना सामने आई।
शौचालय का दरवाजा खुला तो उड़ गए होश
ललित मोहन नाश्ते के दौरान अचानक भू-तल पर बने शौचालय में चले गए। जब करीब आधे घंटे तक वह वापस नहीं लौटे, तो उनकी पत्नी उन्हें देखने गई। शौचालय का दरवाजा अंदर से बंद था, और बार-बार खटखटाने पर भी कोई जवाब नहीं मिला। जब उन्होंने रोशनदान से अंदर झांका, तो देखा कि ललित चुन्नी के सहारे फंदे से लटके हुए थे। घबराकर पत्नी ने जोर-जोर से शोर मचाया, जिससे परिवार और पड़ोसी तुरंत इकट्ठा हो गए। सभी ने मिलकर शौचालय का दरवाजा तोड़ा और ललित को अचेत अवस्था में बाहर निकाला। उन्हें तुरंत लोक नायक अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मोबाइल वीडियो ने किया खुलासा
परिवार वाले यह जानकर हैरान रह गए जब उन्होंने ललित का मोबाइल चेक किया। उसमें 22 मार्च को बनाए गए दो वीडियो मिले, जिनमें उन्होंने अपनी आत्महत्या की वजह बताई थी। ललित के परिवार को इस बात की जरा भी भनक नहीं थी कि उन्होंने किसी फाइनेंसर से ब्याज पर पैसा लिया था। वीडियो में ललित ने खुलासा किया कि उन्होंने संजीव जैन नामक फाइनेंसर से 50 हजार रुपये उधार लिए थे। वह लगातार ब्याज चुका रहे थे, लेकिन कर्ज खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा था। वीडियो में ललित ने बताया कि फाइनेंसर ने उन्हें धमकी दी थी कि अगर पैसा नहीं मिला, तो वह उनके घर के बाहर आकर हंगामा करेगा और रिश्तेदारों को बदनाम करेगा। साथ ही, उन्होंने वीडियो में चेतावनी दी कि किसी को भी ब्याज पर कर्ज नहीं लेना चाहिए। इस घटना के बाद, जिला पुलिस उपायुक्त प्रशांत गौतम ने बताया कि गांधी नगर थाने में आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोपी फाइनेंसर को गिरफ्तार कर लिया गया है।