श्रीगंगानगर : संक्रमित के शव से लिपटकर रोना साबित हुआ जानलेवा, दो और महिलाओं की कोरोना से मौत
By: Ankur Tue, 18 May 2021 6:57:01
कोरोना महामारी लोगों को काल का ग्रास बना रही हैं। यह संक्रमण तेजी से फैलता हैं इसलिए जिस किसी की कोरोना से मौत होती हैं उसके शव को पैक कर अस्पताल से सीधा श्मशान लेकर जाया जाता हैं और गाइडलाइन के अनुसार अंतिम संस्कार किया जाता हैं। लेकिन कई लोग इसकी अवेहलना कर रहे हैं। इसका एक नजारा देखने को मिला श्रीगंगानगर के सूरतगढ़ के निरवाणा में जहां एक महिला की कोरोना से मौत हो गई और उससे लिपटकर रोना दो महिलाओं के लिए जानलेवा साबित हो गया। निरवाणा में महिला की मौत के बाद घर में ही दो अन्य की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। अब ग्रामीण पंचायतों में गठित कोर कमेटी और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठा रहे हैं।
सूरतगढ़ में एक महिला की कोरोना से मौत हो गई थी। परिजन अस्पताल में शपथपत्र देकर शव काे श्मशान की जगह घर ले गए। यहां परिवार की महिलाएं आखिरी बार उसका चेहरा देखने की जिद करने लगीं। इस पर परिजनों ने पॉलिथीन पैक हटा दिया तो महिलाएं शव से लिपटकर विलाप करने लगीं। कुछ दिन बाद इनमें से दो महिलाएं संक्रमित हुई और उनकी भी मौत हो गई।
जिला मुख्यालय के सरकारी अस्पताल के कोविड प्रभारी डॉ. केएस कामरा बताते हैं कि जिले में सरकारी अस्पताल से दिए जाने वाले शव पैक करके ही दिए जाते हैं। इनके अंतिम संस्कार को लेकर भी नियमों में कोई बदलाव नहीं है। बस इतना अंतर हुआ है कि अब परिजन एफिडेविट दे देते हैं और हम शव उन्हें सौंप देते हैं। इस प्रकार शव को घर ले जाना और पैकिंग फाड़ना खतरे से खाली नहीं है। निरवाणा में महिला की मौत के बारे में उनका कहना था कि मौत के बाद भी कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति में वायरस रहता है।
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