जयपुर। सिविल सेवा के प्रति समर्पण और नवाचार के लिए समर्पित सिविल सर्विस डे 2025 पर राजस्थान सरकार के प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा को "मुख्यमंत्री एक्सीलेंस अवार्ड" से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार उन्हें प्रशासनिक प्रणाली में नवोन्मेष, सुशासन और लोकसेवा की दक्षता को लेकर किए गए प्रभावशाली कार्यों के लिए प्रदान किया गया।
मुख्यमंत्री निवास में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उन्हें यह सम्मान प्रदान करते हुए कहा, "श्री अजिताभ शर्मा जैसे अधिकारी राज्य प्रशासन की रीढ़ हैं, जिनके नेतृत्व में हमारी योजनाएं धरातल तक पहुंच रही हैं। ये अवार्ड न केवल उनके व्यक्तिगत योगदान का सम्मान है, बल्कि प्रशासनिक सेवा के उन मूल्यों का प्रतीक है, जिनके बल पर हमारी व्यवस्था चलती है।"
अजिताभ शर्मा ने अपने कार्यकाल के दौरान कई जन-हितैषी और तकनीकी पहल की हैं। उन्होंने प्रशासन में ई-गवर्नेंस को सशक्त बनाते हुए राज्य डेटा सेंटर, जन सूचना पोर्टल, और ऑनलाइन सेवा डिलीवरी सिस्टम जैसे प्रोजेक्ट्स को गति दी, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में शासन की पहुँच बेहतर हुई है। उनकी पहल से फाइलों के निपटारे में पारदर्शिता और समयबद्धता आई है, वहीं नागरिक सेवाएं सरल और सहज बनी हैं।
उल्लेखनीय है कि शर्मा द्वारा शुरू की गई "स्मार्ट लोक सेवा निगरानी प्रणाली" और "डिजिटल शिकायत समाधान मॉडल" को नीति आयोग और भारत सरकार द्वारा भी सराहा गया है। उनके नेतृत्व में राजस्थान कई बार ई-गवर्नेंस और डिजिटलीकरण के क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित हो चुका है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव, सचिव स्तर के अधिकारी और प्रशासनिक सेवा प्रशिक्षु भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में अन्य अधिकारियों को भी विभिन्न श्रेणियों में नवाचार, आपदा प्रबंधन, महिला सशक्तिकरण और स्वास्थ्य सेवाओं में योगदान के लिए सम्मानित किया गया।