महाराष्ट्र्र में वायु प्रदूषण को लेकर मुख्यमंत्री शिंदे की बैठक, शाम 7 से 10 बजे तक जलाए पटाखे
By: Shilpa Thu, 09 Nov 2023 7:45:08
मुम्बई। दिल्ली की तरह मुम्बई भी वायु प्रदूषण की समस्या से जूझ रहा है। अदालत द्वारा दिए गए 4 दिन के समय में हालांकि वहाँ की वायु गुणवत्ता सूचकांक 170 से 133 पर आया है लेकिन अब इसके फिर से बढ़ने की उम्मीद है। इसका कारण है दीपावली, जब इस मौके पर पूरा शहर आतिशबाजी करेगा। आतिशबाजी के धुएँ से वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ेगा। इसी को कंट्रोल में करने के लिए आज मुख्यमंत्री शिंदे ने मुम्बई महानगर पालिका के अधिकारियों के साथ एक बैठक की, जिसमें पटाखे जलाने का समय निर्धारित किया गया है।
महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को राज्य में प्रदूषण की स्थिति को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में बृहन्मुंबई महानगर पालिका के आयुक्त इकबाल सिंह चहल भी शामिल थे। बीएमसी आयुक्त से मिली जानकारी के अनुसार इस बैठक में सीएम शिंदे ने बीएमसी और पुलिस प्रशासन को खास निर्देश दिए हैं। दिवाली के दिन मुंबई में शाम 7 से 10 बजे तक लोगों को पटाखे जलाने की अनुमति होगी।
इसे सुनिश्चित करने के लिए पुलिस प्रशासन अलर्ट पर होगी। बॉम्बे कोर्ट द्वारा दिए गए 4 दिन के समय में अब तक वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 170 से 133 तक आया है। अगर चार दिन बाद प्रदूषण सामान्य नहीं होता है तो उन इमारतों पर कार्रवाई होगी और काम बंद किया जाएगा जिन्होंने एक भी नियम का पालन नहीं किया है। सभी निर्माण कार्य बंद नहीं होंगे केवल उन इमारतों का काम रोका जाएगा जो नियमों का पालन नहीं करते हैं।
पानी के छिड़काव का बढ़ाया जाएगा दायरा
इस बैठक में सीएम शिंदे ने बीएमसी से कहा के हर रोज जो 600 किलोमीटर रोड पर पानी का छिड़काव होता है वह 600 से बढ़ाकर 1000 तक करना चाहिए, लेकिन बीएमसी ने जवाब में कहा के मानव संसाधन की कमी के कारण इतना जल्दी यह कदम नहीं उठाया जा सकता है। सीएम ने इस बैठक में केवल मुंबई नहीं बल्कि पुणे और संभाजीनगर में बढ़ते प्रदूषण के बारे में भी बात की और जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए।
आम लोगों से की गई यह अपील
बीएमसी अधिकारियों द्वारा मिली जानकारी के अनुसार सीएम शिंदे ने कहा कि प्रदूषण की समस्या अब सबकी है इसलिए बीएमसी का एक्शन सबका एक्शन प्लान होना चाहिए। लोगों को मिलकर हवा की गुणवत्ता को अच्छे स्तर पर लाने की कोशिश करनी चाहिए। बता दें कि पिछले दिनों मुंबई में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए बीएमसी ने बड़ी कार्रवाई की थी, बीएमसी ने सोना और चांदी गलाने वाली यूनिट की चार चिमनियों को ध्वस्त कर दिया था।