Chardham Yatra: तय हुई श्रद्धालुओं की संख्या, एक दिन में 15000 यात्री कर सकेंगे बदरीनाथ धाम के दर्शन

By: Pinki Sun, 01 May 2022 08:55:30

Chardham Yatra: तय हुई श्रद्धालुओं की संख्या, एक दिन में 15000 यात्री कर सकेंगे बदरीनाथ धाम के दर्शन

चारधाम यात्रा की यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए बड़ी खबर सामने आई है। उत्तराखंड सरकार ने चारों धाम बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के लिए प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या तय कर दी है। इसके आदेश शनिवार देर शाम जारी कर दिए गए हैं। आदेश के मुताबिक बदरीनाथ धाम में प्रतिदिन 15000, केदारनाथ धाम में प्रतिदिन 12000, गंगोत्री धाम में प्रतिदिन 7000 और यमुनोत्री धाम में प्रतिदिन 4000 तीर्थयात्री ही दर्शन कर सकेंगे। यह व्यवस्था यात्रा सीजन के पहले 45 दिनों के लिए बनाई गई है।

केदारनाथ धाम के लिए 6 मई 2022 से हेली सेवा शुरू हो जाएगी। इसी दिन केदारनाथ धाम के कपाट खुल रहे हैं। डीजीसीए की टीम आगामी 3 मई को सभी हेलीपैड का निरीक्षण कर जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर उड़ान की अनुमति देगी। इस यात्रा सीजन में नौ हवाई कंपनियां केदारनाथ के लिए उड़ान भरेंगी। 3 मई को डीजीसीए की टीम दिल्ली से केदारनाथ धाम व केदारघाटी पहुंचेगी और यहां विभिन्न हेलीपैड का निरीक्षण कर जरूरी औपचारिकताओं की जांच के बाद हवाई कंपनियों को उड़ान भरने की अनुमति देगी।

केदारनाथ के लिए फाटा, नारायणकोटी, सेरसी, सोनप्रयाग, जाखधार हेलीपैड से उड़ान भरी जाएंगी। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि छह मई को सुबह से ही केदारनाथ के लिए हवाई सेवा शुरू हो जाएगी। केदारनाथ के लिए 20 मई तक सभी हेली टिकटों की बुकिंग हो चुकी है। करीब 15 हजार टिकट बुक है।

केदारनाथ के लिए उड़ान भरने वाली हेली कंपनियां

- आर्यन एविएशन
- पवन हंस
- एरो एयर क्राफ्ट
- चिपसन ऐविएशन
- थंबी एविएशन पिनाक्ल एयर क्राफ्ट
- हिमालयन हेली
- क्रिस्टल ऐविएशन

हेली किराया

गुप्तकाशी से 7,750 रुपये
फाटा से 4,720 रुपये
सेरसी से 4,680 रुपये

चारधाम यात्रा के लिए 31 मई तक पंजीकरण की स्थिति

- केदारनाथ 85456
- बदरीनाथ 64157
- गंगोत्री 39229
- यमुनोत्री 39542

फिर शुरू होगी केदारनाथ की तेल कलश यात्रा

वहीं 70 वर्ष पूर्व बंद हुई केदारनाथ धाम की तेल कलश यात्रा को इस बार केदारनाथ पंच पंडा समिति रुद्रपुर पुनर्जीवित करने जा रही है। अखंड ज्योति के लिए सांकरी गांव में तेल एकत्रित किया गया है। तेल कलश यात्रा 1 मई से केदारघाटी के ग्राम सांकरी से रुद्रपुर पहुंचेगी और फिर केदारनाथ धाम के लिए रवाना होगी। इस बात की जानकारी देते हुए केदारनाथ पंच पंडा समिति रुद्रपुर के अध्यक्ष तीर्थ पुरोहित अमित शुक्ला ने बताया कि केदारनाथ मंदिर में अखंड ज्योति के लिए तेल कलश यात्रा की परंपरा वर्ष 1952 में बंद हो गई थी। अब इसे पुनर्जीवित किया जा रहा है। तेल कलश यात्रा 1 मई को केदारघाटी के ग्राम सांकरी से भुकुंड भैरव के शीतकालीन गद्दी स्थल रुद्रपुर पहुंचेगी। 2 मई को कलश यात्रा गुप्तकाशी स्थित विश्वनाथ मंदिर पहुंचेगी और फिर बाबा केदार की चल विग्रह उत्सव डोली के साथ केदारनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेगी। 6 मई को अखंड ज्योति में यह तेल डाला जाएगा। 7 मई को वृष लग्न में बाबा केदार के प्रिय गण एवं केदारनाथ धाम के रक्षक भुकुंड भैरव मंदिर के कपाट खोले जाएंगे। ग्राम पंचायत सांकरी के पूर्व प्रधान राय सिंह राणा ने बताया कि सांकरी के ग्रामीणों ने परंपरा के अनुसार सभी घरों से तेल एकत्रित किया है।

श्रद्धालुओं को मिलेगी पांवों में मसाज


चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु इस बार फुट मसाज थैरेपी से थकान दूर कर सकेंगे। पर्यटन विभाग की ओर से उत्तरकाशी व रुद्रप्रयाग जिले में स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए फुट मसाज थैरेपी का प्रशिक्षण दिया गया है। जो आगामी यात्रा सीजन में केदारनाथ और यमुनोत्री धाम की पैदल यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को फुट मसाज की सुविधा देंगे। पर्यटन विभाग की ओर से रुद्रप्रयाग व उत्तरकाशी जिले में सौ से अधिक स्थानीय लोगों को मसाज थैरेपी का प्रशिक्षण दिया गया है।

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