जिन लोगों ने कोरोना-रोधी टीके की दोनों खुराक ले ली है उनके लिए अमेरिका ने अपने दरवाजे खोल दिए हैं। व्हाइट हाउस ने शुक्रवार दिए आने बयान में कहा कि पूरी तरह से टीका लगाए गए विदेशी आगंतुक 8 नवंबर से अमेरिका में प्रवेश कर सकते हैं।
इससे पहले बीते अक्टूबर को एक आदेश में कहा गया था कि अमेरिका अगले महीने गैर-जरूरी यात्रा के लिए अपनी जमीनी सीमाएं फिर से खोल देगा, जिससे कोविड-19 महामारी के कारण 19 महीने से जारी यात्रा पर रोक समाप्त हो जाएगी। अमेरिका चाहता है कि उसके यहां पहुंचने वाले सभी अंतरराष्ट्रीय आगंतुक कोरोना वायरस निरोधी टीका लगवाए हों।
दरअसल, कोरोना वायरस महामारी के शुरू होने पर अमेरिका ने साल 2020 में अपने बॉर्डर्स सभी पर्यटकों के लिए बंद कर दिए थे। उस समय अमेरिका की तरफ से यूरोप, भारत, ब्राजील और चीन से आने वाले लोगों की एंट्री बंद कर दी गई थी। अमेरिका ने अब करीब 19 माह बाद अपनी इस नीति को बदला है।
इसके अलावा WHO की तरफ से मंजूरी हासिल करने वाली एस्ट्राजेंका और चीन की शिनोफार्म ग्रुप और सिनोवेक बायोटेक लिमिटेड की तरफ से तैयार वैक्सीन, जिसे अमेरिका ने मंजूरी नहीं दी है, इन वैक्सीन की डोज लेने वाले लोग भी अमेरिका जा सकेंगे। अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि अमेरिका उन लोगों का क्या करेगा जिन्होंने दो मिक्सड वैक्सीन शॉट्स यानी दो अलग-अलग वैक्सीन लगवाई है।
अमेरिका और कनाडा एवं मैक्सिको के बीच वाहन, रेल और नौका यात्रा को महामारी के शुरुआती दिनों से ही व्यापार जैसे आवश्यक यात्रा तक सीमित कर दिया गया है। बुधवार को घोषित नये नियम के तहत टीकाकरण करा चुके विदेशी नागरिकों को नवंबर की शुरुआत में बिना किसी बंदिश के अमेरिका की यात्रा शुरू करने की अनुमति होगी, जब हवाई यात्रा के लिए अमेरिकी प्रतिबंधों में इसी तरह की ढील दी जाएगी। जनवरी के मध्य तक, अमेरिका में प्रवेश के इच्छुक आवश्यक सेवा वाले यात्रियों, जैसे- ट्रक ड्राइवर- को भी पूरी तरह से टीका लेने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा।
अमेरिका पर था मेक्सिको और कनाडा का दबाव
दरअसल, मेक्सिको और कनाडा दोनों देश यात्रा प्रतिबंधों को हटाने के लिए अमेरिका पर दबाव बना रहे थे क्योंकि महामारी के शुरू होने के समय से ही यात्रा पर रोक के कारण कई परिवारों के सदस्य अलग-थलग पड़ गये थे और लोगों ने छुट्टी के समय में अमेरिका जाना छोड़ दिया था।
अमेरिकी प्रशासन का यह कदम उसके पिछले महीने की घोषणा के बाद आया है जिसमें उसने कहा था कि अमेरिका हवाई यात्रा के लिए देश-आधारित यात्रा प्रतिबंधों को समाप्त कर देगा। जो विदेशी नागरिक टीका लगवा चुके होंगे वे विमान से अमेरिका जा सकेंगे।