दिल्ली विधानसभा चुनाव: अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस को दिया जोर का झटका, अकेले चुनाव लड़ेगी AAP
By: Priyanka Maheshwari Wed, 11 Dec 2024 10:28:48
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने आज बड़ा ऐलान किया है। केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली में कांग्रेस के साथ गठबंधन की कोई संभावना नहीं है। आम आदमी पार्टी दिल्ली में यह चुनाव अपने दम पर लड़ेगी। दरअसल , दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) गठबंधन पर अटकलें लगाई जा रहीं थी। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गठबंधन की तमाम खबरों को गलत साबित करते हुए ऐलान कर दिया है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल X पर लिखा है, "दिल्ली में अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन की संभावना नहीं है।"
कांग्रेस को मिल सकती थीं 15 सीटें: गठबंधन पर चर्चा तेज
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच गठबंधन की चर्चा अंतिम चरण में थी। बताया गया कि कांग्रेस को 15 सीटें, इंडिया गठबंधन के अन्य सदस्यों को 1-2 सीटें, और शेष सीटें आप के हिस्से में जा सकती थीं। इस बीच, इंडिया गठबंधन के नेताओं की बैठक ने इन अटकलों को और हवा दी कि दिल्ली में आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन संभव है।
Aam aadmi party will be fighting this election on its own strength in Delhi. There is no possibility of any alliance with congress. https://t.co/NgDUgQ8RDo
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 11, 2024
गठबंधन से पहले भी हो चुका है इनकार
यह पहली बार नहीं है जब आप और कांग्रेस के बीच गठबंधन की चर्चा हुई हो। इससे पहले भी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कांग्रेस के साथ किसी भी तरह के गठबंधन से साफ इनकार किया था। हालांकि, हालिया चर्चाओं के बाद एक बार फिर इन खबरों को तूल मिला। लेकिन अब केजरीवाल ने कांग्रेस के साथ गठबंधन की किसी भी संभावना को पूरी तरह खारिज कर दिया है।
दिल्ली चुनाव में मुख्य मुकाबला आप और भाजपा के बीच
राजधानी दिल्ली में आगामी विधानसभा चुनाव अगले साल की शुरुआत में होने की संभावना है। चुनाव में मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच रहने की उम्मीद है। पिछली बार 8 फरवरी 2020 को हुए चुनाव में आप ने 70 में से 62 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की थी। भाजपा को 8 सीटें मिली थीं, जबकि कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत सकी थी।