US एयरपोर्ट्स पर 5G टेक्नोलॉजी लागू, प्लेन का कम्युनिकेशन सिस्टम फेल होने का खतरा, Air India ने रद्द की अमेरिका की कई उड़ानें

By: Pinki Wed, 19 Jan 2022 10:23:00

US एयरपोर्ट्स पर 5G टेक्नोलॉजी लागू, प्लेन का कम्युनिकेशन सिस्टम फेल होने का खतरा, Air India ने रद्द की अमेरिका की कई उड़ानें

एअर इंडिया (Air India) की उड़ानें आज यानी बुधवार को अमेरिका नहीं जाएंगी। ऐसा इसलिए हो रहा है, क्योंकि अमेरिका के एयरपोर्ट्स पर आज 5जी इंटरनेट सर्विस (5G internet deployment) लागू हो रही है। इसकी वजह से एअर इंडिया की फ्लाइट सर्विस प्रभावित होने वाली है। एअर इंडिया ने इनमें से कुछ फ्लाइट को रद्द कर दिया है वहीं कुछ का समय बदला गया है। एअर इंडिया ने खुद इसकी जानकारी दी है। एअर इंडिया ने ट्वीट कर कहा है कि बुधवार को उसकी दिल्ली-न्यूयॉर्क, दिल्ली-सैन फ्रांसिस्को, दिल्ली-शिकागो, मुंबई-न्यू जर्सी की उड़ानें संचालित नहीं होंगी। इसके अलावा एयरलाइन ने दिल्ली से वॉशिंगटन जाने वाली उड़ान को भी रीशेड्यूल करने की बात कही है।

एअर इंडिया ने उड़ानें रद्द करने का फैसला इसलिए लिया है, क्योंकि 5G नेटवर्क से विमानों के कम्युनिकेशन सिस्टम को काम करने में बड़ी परेशानी हो सकती है। कई दूसरी एयरलाइंस का भी कहना है कि एयरपोर्ट के आसपास 5G टेक्नोलॉजी की वजह से खतरनाक परेशानियां हो सकती हैं। इसे देखते हुए 5G टेक्नोलॉजी को रनवे से दो मील की दूरी पर ही रखा जाए।

कुछ एयरलाइंस के CEO ने अमेरिकन ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी को चिट्ठी लिखकर कहा- एविएशन इक्विपमेंट में जरूरी अपग्रेड या बदलाव के बिना अगर 5G को अमल में लाया गया तो बहुत बड़ा हादसा हो सकता है। 5G टेक्नोलॉजी की वजह से प्लेन के ऑल्टीट्यूड (ऊंचाई) को नापने की क्षमता प्रभावित हो सकती है।

यूनाइटेड एयरलाइंस के CEO स्कॉट किर्बी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर टेलीकम्युनिकेशन कंपनियां एयरपोर्ट के पास 5G टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करती हैं, तो उनके ऑपरेशंस पर निगेटिव असर पड़ेगा। महत्वपूर्ण हवाई अड्‌डों के करीब 5G टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल टाला जाना चाहिए। एयरलाइंस कंपनियों की चेतावनी के चलते मोबाइल सर्विस कंपनी एटी एंड टी (AT&T) और वैराइजोन दो बार 5G की लॉन्चिंग टाल चुकी हैं।

इसके बारे में एविएशन रेगुलेटर FAA को लिखकर चिंता भी जताई गई है। यह लेटर यूएस आधारित एयरलाइंस ग्रुप ने लिखा है। इसमें कहा गया है कि 5जी की वजह से भयंकर विमानन संकट आ सकता है। इस ग्रुप में United Airlines, American Airlines, Delta Airlines और FedEx शामिल हैं। बता दें कि एअर इंडिया के अलावा यूनाइटेड एयरलाइंस और अमेरिकन एयरलाइंस भी अमेरिका और भारत के बीच उड़ान भरती है। FAA ने कहा कि उसने कुछ 5G वाले इलाके के भीतर ट्रॉसपॉन्डर को काम करने की छूट दी है। 5G के C-बैंड से प्रभावित होने वाले 88 एयरपोर्ट में से 48 के पास नई तकनीक को हरी झंडी दी गई है। एयरलाइंस को चिंता है कि इन एयरपोर्ट में अनसर्टिफाइड इक्विपमेंट से हजारों उड़ाने ठप हो सकती हैं। यूनाइडेट एयरलाइंस ने सोमवार को कहा कि मौजूदा 5G वायरलेस के कारण सालभर में 15,000 उड़ानें और 12.5 लाख यात्री प्रभावित होंगे।

अमेरिका में जो नई C band 5जी सर्विस शुरू हुई है उससे कई एयरक्राफ्ट बेकार हो जाएंगे। अमेरिकी विमानन नियामक संघीय उड्डयन प्रशासन (एफएए) ने पहले ही अपने बयान में बताया था कि 5जी इंटरफेस की वजह से एयरक्राफ्ट का रेडियो अल्टीमीटर इंजन और ब्रेकिंग सिस्टम पर असर डाल सकता है, जिससे वह लैंडिंग मोड में ना आए। इससे एयरक्राफ्ट रनवे पर रुके ना इसकी आशंका है।

Emirates ने भी सस्पेंड की फ्लाइट्स


5G लागू होने पर Emirates ने भी चिंता जताई है। उन्होंने भी कुछ फ्लाइट्स को सस्पेंड किया है। इसमें Boston, Dallas, Houston, Orlando, Miami, Chicago, Seattle और San Francisco की फ्लाइट्स को सस्पेंड किया गया है।

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