
कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने शनिवार, 27 दिसंबर को पीएम मोदी और लाल कृष्ण आडवाणी की एक पुरानी तस्वीर शेयर की, जिसमें नरेंद्र मोदी जमीन पर बैठे नजर आ रहे थे। इस तस्वीर को साझा करते हुए दिग्विजय ने RSS की संगठनात्मक शक्ति की प्रशंसा की। उनके इस बयान ने पार्टी में अलग-अलग रुख पैदा कर दिए हैं और कांग्रेस दो गुटों में बंटी नजर आ रही है।
पवन खेड़ा ने दिग्विजय के बयान पर जताई नाराजगी
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने रविवार को दिग्विजय सिंह के बयान पर तीखा तंज कसते हुए कहा कि संघ से सीखने को कुछ नहीं है। उन्होंने RSS की तुलना महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे से की और कहा कि गोडसे का संगठन गांधी द्वारा स्थापित विचारों को क्या सिखा सकता है।
शशि थरूर ने किया दिग्विजय का समर्थन
वहीं दूसरी ओर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने दिग्विजय सिंह की RSS की संगठनात्मक शक्ति की प्रशंसा को सकारात्मक नजरिए से देखा। थरूर ने कहा कि वह चाहते हैं कि कांग्रेस संगठन भी मजबूत और अनुशासित हो। उन्होंने स्पष्ट किया कि दिग्विजय सिंह इस विषय पर अपनी राय व्यक्त कर सकते हैं।
सचिन पायलट ने दी संतुलित प्रतिक्रिया
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने रविवार को कहा कि विपक्षी दल एकजुट हैं, लेकिन हर नेता को अपनी राय रखने का अधिकार है। उन्होंने दिग्विजय सिंह के RSS संबंधी बयान के बाद फैल रही पार्टी के भीतर विवाद की अफवाहों को खारिज किया। पायलट ने जोर देकर कहा कि कांग्रेस एकजुट है और देश को एक मजबूत विपक्ष की जरूरत है। उनका मानना है कि पार्टी के भीतर विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता बनी रहनी चाहिए।













