काम के बोझ में न दबाएँ रिश्तों को, साथी के साथ बिठाएँ तालमेल, बनेगा सुखी दाम्पत्य जीवन
By: Geeta Tue, 23 Jan 2024 11:13:23
रिश्ता चाहे प्यार का हो या फिर शादी के बाद का दोनों ही कंडीशन में कपल्स को एक दूसरे को समझने की जरूरत होती है। वैसे तो हर कोई अपने रिश्तों को अपने अनुसार चलाता है लेकिन फिर भी कुछ ऐसे तरीके होते हैं जो आपके कमजोर होते रिश्तों में नई जान डाल सकते हैं और आपको एक हैप्पी कपल बना सकते हैं।
कभी-कभी बिना बात के भी रिश्ते में तनाव की पैठ बढ़ जाती है। पति-पत्नी के बीच बेवजह लड़ाई होने लगती है। ऐसा लगता है, जैसे हमें कोई समझने वाला ही नहीं है। बस, कुछ पल मिल जाएं और जी भरकर रो लें। या फिर खुद ही सबसे झगड़ने का मन करता है और चिड़चिड़ापन स्वभाव का हिस्सा बन जाता है। कारण क्या है समझ नहीं आता? ऐसा इसलिए क्योंकि कारण पता होते हुए भी हम सबसे ज्यादा उसे ही नजरअंदाज कर रहे होते हैं। इस बेवजह के तनाव की अहम वजह है आपकी मानसिक सेहत, जो काम के दवाब के चलते थकान मोड पर आ चुकी है और फिलहाल उसे आराम की जरूरत है। भारत में मानसिक सेहत को तवज्जो नहीं दी जाती। पर, अगर इस समस्या को सही तरीके से समझा जाए और दिमागी थकान को दूर करने के लिए सही कदम उठाए जाएं तो रिश्ते में घुलती अनचाही कड़वाहट को दूर किया जा सकता है। साथ ही ऐसा करने से शारीरिक सेहत पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
कड़वे शब्दों का प्रयोग करना
ऐसा कहा जाता है कि जितना आप किसी को सामने से वार करके नहीं हर्ट कर सकते, उससे कहीं ज्यादा अपने तीखे शब्दों के बाण चलाकर कर सकते हैं। शादी के बाद अगर आप भावनात्मक रूप से कमजोर पड़ने के कारण उसमें रहने को मजबूर हैं, तो ऐसा नहीं होना चाहिए। प्यार करने के बाद आपको और आपके साथी को एक-दूसरे की खामियों के साथ स्वीकार करना होता है, लेकिन जब आप ऐसा नहीं कर पाते हैं, तो आपका अपमान करना साथी बर्दाश्त नहीं कर पाता है। आप मानसिक तौर पर टॉर्चर होने लगते हैं। आपकी इस तरह की आदत आपकी मैरिड लाइफ को तबाह करने में देर नहीं लगाती है।
दिमागी थकान को पहचानें
क्या आपको अपने सामान्य काम को करने में परेशानी आ रही है? रोजमर्रा के कामों को इसलिए समय पर पूरा नहीं कर पा रहीं क्योंकि रोज कोई नई जिम्मेदारी आपको ही उठानी होती है? क्या आपको इन सभी कामों के बाद खुद के जरूरी कामों को पूरा करने के लिए समय नहीं मिल पाता? घर के सभी लोग आपको जिम्मेदार मानकर हर काम के लिए आप पर ही निर्भर होते जा रहे हैं? और क्या ऐसा होना आपके लिए सामान्य बात बन चुकी है?
अगर ऐसा है, तो आपके दिमाग का थक जाना स्वभाविक है और आपको इस थकान को समझना होगा और समय रहते सही कदम भी उठाने होंगे। इस पर मनोचिकित्सकों का कहना है कि आपको अपने बर्ताव पर गौर करना होगा कि कहीं आपको काम करते-करते चिड़चिड़ापन तो नहीं आने लगता या फिर ये सभी काम आपके दिमाग में तब तक घूमते रहते हैं तब तक आप उन्हें पूरा नहीं कर लेतीं और इन सभी कामों के चलते आप अच्छी नींद भी नहीं ले पा रहीं। कई बार काम के दवाब के कारण आप अपने जीवनसाथी से भी झगड़ जाती हैं या उनकी सामान्य सी बात पर गलत प्रतिक्रिया देने लगती हैं या फिर आप अपने बच्चों से नाराजगी जताने लगती हैं? ऐसा है तो खुद को एक ब्रेक दें और दिमाग को आराम करने का मौका दें। यकीन मानिए इतना करने भर से आप अपने जीवन और अपने रिश्तों को बेहतरी की ओर लेकर जा सकती हैं।
सामाजिक जिन्दगी को खत्म करना
अगर आपका पार्टनर आपको आपकी सोशल लाइफ खत्म करने को कहता है, तो सावधान हो जाएं। कोई भी सही पार्टनर आपकी शादी के बाद आपकी जिंदगी पर रोक-टोक नहीं लगाएगा। लेकिन अगर वह आपको हर वक्त घर पर रहने को कहता है या ऑफिस से सीधे घर आने पर फोर्स करता है, तो आपको एलर्ट होने की जरूरत है। ऐसे में भले ही आपका पार्टनर आपको कोई भी रीजन देने की कोशिश करें, लेकिन आपको इस पर गंभीरता से विचार करने की जररूत है। वैसे भी इस तरह के रिश्ते ज्यादा दिन तक नहीं चल पाते हैं। एक न एक दिन यह टूट ही जाएगा।
रिश्ते के खातिर उठाएं ये कदम
हर तकलीफ को बीमारी का नाम तो नहीं दिया जा सकता, लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं है कि तकलीफ को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया जाए। अगर आपको मानसिक थकान हो रही है तो आपको उसके लिए कुछ जरूरी कदम उठाने होंगे—
साथी की अच्छाइयों पर ध्यान दें
एक अच्छे रिश्ते के लिए बेहद जरूरी होता है कि आप अपने साथी को समझें और उसकी अच्छाइयों के बारे में ध्यान दें। अगर आपका पार्टनर आपको समय नहीं दे पा रहा है तो यह जरूरी नहीं कि उसका प्यार कम हो गया है। हो सकता है कि वह अपनी जिम्मेदारियों की वजह से कम समय दे पा रहे हों, या फिर वह किसी प्रकार के तनाव में हो। इसके लिए आप दोनों को एक साथ बैठकर बात करनी चाहिए।
कुछ देर साथ में मस्ती करें
अगर रिश्ते में दूरियां आ रही हैं या फिर आपस में अनबन बढ़ रही है तो जरूरी है कि आप कुछ समय निकालें और साथ में गुजारें। आप लोग कुछ देर साथ में मस्ती करें। मस्ती भरे पल आपके बीच में फिर से प्यार जगा सकते हैं और आपको एक दूसरे के करीब ला सकते हैं। रिश्ते में जान फूंकने के लिए आप उन लोगों के साथ भी मस्ती कर सकते हैं जिनके साथ आपको समय बिताना अच्छा लगता है।
काम को बांटना सीखें
कई बार महिलाएं सारी जिम्मेदारी अपने ही कंधों पर उठाने की कोशिश में लगी रहती हैं। कुछ लोगों को तो ऐसा भी लगता है कि काम को उनसे बेहतर और कोई नहीं कर पाएगा और वे खुद ही हर काम को निपटाने में जुट जाती हैं। लेकिन अब आपको घर के बाकी सदस्यों पर भी भरोसा जताना होगा और उनके बीच काम को बांटना होगा, ताकि आपका काम हल्का हो सके। संभव है कि काम आपके मुताबिक न हो पाएं, लेकिन इस बात को आपको नजरअंदाज करना होगा।
सकारात्मक बनें
कई बार काम का दवाब सिर्फ इसलिए बढ़ता जाता है क्योंकि आप अपने आपको निराशा से घेर लेती हैं। अगर आप जरूरी काम को करने के लिए अपने आपको तैयार करें और खुशी-खुशी करें, तो यह बोझ जैसा नहीं लगता।
समय निकालें
अपने रिश्ते को बेहतर करने के लिए सभी कामों के बीच खुद और अपने साथी के लिए कुछ समय निकालें। इस दौरान आप उनके साथ अच्छे से पेश आएं और मौका देखकर अपनी समस्या के बारे में भी उन्हें बताएं। पर, ध्यान रखें कि हर बार साथी के साथ समय बिताते हुए उनसे सिर्फ शिकायतें लेकर न बैठें।
साथी के साथ काम करें
कई बार हम ऐसी जिम्मेदारियों में फंस जाते हैं, जहां जीवनसाथी के लिए समय निकालना संभव नहीं हो पाता। ऐसे में अपने काम में जीवनसाथी को भी शामिल कर सकती हैं ताकि आप दोनों काम करने के दौरान ही एक-दूसरे के लिए समय निकाल सकें।
साथी की भावनाओं को समझने की कोशिश करें
कई बार पार्टनर संकोची स्वभाव का होता है इसलिए वह आपको अपनी मन की बात कहने में हिचकिचा सकता इसलिए बेहद जरूरी है कि आप समय समय पर उनसे बात करें। जरूरी नहीं है कि एक ही बार में आपसे वो अपनी परेशानियों को कह दे। अगर आपका साथी बात बताने से मना करता है तो इसे अन्यथा न लें, बल्कि उन्हें समझने की कोशिश करें।
वर्तमान में जिएं
रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए बहुत जरूरी है कि आप अपने साथी के साथ जब भी रहें तो उस पल को एंज्वॉय करें। उस दौरान उनकी बातों पर ध्यान दें। जब हम अपनी जिम्मेदारियों या समस्याओं से थोड़ा फ्री होते हैं तो उस वक्त उनकी बातों को ध्यान से सुन सकते हैं। इससे सामने वाला भी यह समझेगा कि आप उनकी बातों को तवज्जों दे रहे हैं। साथ में पल बिताने से आपस में प्यार बढ़ेगा और आप एक दूसरे को अच्छे से समझेंगे भी।
लड़ाई में नीचा दिखाना शुरू कर देना
आपकी साथी से किसी भी बात पर बहस हो, लेकिन उसे नीचा दिखाना आपकी रिस्पेक्ट को भी उनकी नजर में कम कर देता है। लेकिन कई बार पति-पत्नी लड़ाई में यह भूल जाते हैं और एक-दूसरे को अपशब्दों से लेकर कई गलत बातें बोल जाते हैं। जो न सिर्फ रिश्ते को खत्म कर देती हैं बल्कि आपके दिल में पार्टनर के लिए नफरत भी भर देती है। वहीं लड़ाई में आप कई बार रिश्ता खत्म करने की बात कहने लगते हैं, जो साथी को इस बात का भी एहसास कराता है कि आप उन्हें कभी भी छोड़ सकते हैं। इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि आपकी शादी हो चुकी है और आपका चीखना-चिल्लाना आपके रिश्ते को कमजोर करने के सिवाए कुछ और नहीं करेगा।