भारत के अनोखे मंदिर जहां भूतों को दी जाती है थर्ड डिग्री!
By: Ankur Sat, 10 Sept 2022 11:30:55
भारत को मंदिरों का खजाना कहा जाता हैं जहां हर दूरी पर कोई ना कोई मंदिर देखने को मिल ही जाता हैं। सनातन धर्म में कई देवी-देवता हैं और सभी के अपने मंदिर और पूजनीय स्थल हैं। यह अपनी आस्था का विषय हैं। लेकिन वहीँ इसके उलट अंधविश्वास भी प्रचलित हैं जहां कई लोग भूत-प्रेत पर भी विश्वास करते हैं। यह एक ऐसा मुद्दा है जिस पर बहस का कोई अंत नहीं है। आपको जानकर हैरानी होगी कि भारत के कई ऐसे मंदिर हैं जहां लोगों के अंदर आए भूतों को भगाया जाता हैं। इन मंदिरों में माथा टेकने से लोगों के ऊपर आई हुई भूत बाधा दूर हो जाती है। ये कहा जाए कि इन मंदिरों में भूतों को थर्ड डिग्री दी जाती हैं , तो गलत नहीं होगा। आइये जानते हैं इन मंदिरों के बारे में...
मेहंदीपुर बालाजी, दौसा
राजस्थान के दौसा जिले में मेहंदीपुर बालाजी हनुमान जी के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। जिन लोगों पर ऊपरी हवा रहती है, ऐसे भक्त भी यहां निदान के लिए आते हैं। मान्यता है कि यहां आकर दुष्ट आत्मा, भूत-पिशाच से छुटकारा मिल जाता है। इसे लोग दिव्यशक्ति से प्रेरित शक्तिशाली मंदिर मानते हैं। आपको जानकर हैरत होगी लेकिन लोगों पर से भूत का साया हटाने लिए उन पर खौलता पानी डाला जाता है। इसके अलावा लोगों को मंदिर की दीवारों से बांधकर भूत भगाए जाते हैं। कहते हैं कि यहां का प्रसाद घर लेने से भूत-प्रेत का साया साथ जाने का डर बना रहता है, इसलिए यहां भोग लगा हुआ प्रसाद घर नहीं ले जाना चाहिए।
बेताला मंदिर, भुवनेश्वर
उड़ीसा के भुवनेश्वर स्थित बेताला मंदिर में मां चामुंडा की मूर्ति विराजमान है। लोगों के भीतर छिपी बुरी शक्तियों को भगाने के लिए यहां तांत्रिक शक्तियों का इस्तेमाल किया जाता है। आप कभी इस मंदिर में जाएं, तो देखेंगे कि यहां तांत्रिक प्रक्रिया लगातार चलती रहती है, जिन्हें देखकर आप डर भी सकते हैं। सच में भक्त भूत का साया लेकर यहां आते हैं और बाधा दूर करके ही घर लौटते हैं।
कालीघाट मंदिर, कोलकाता
बताया जाता है कि देश में सबसे ज्यादा तंत्र साधना बंगाल और कोलकाता में की जाती है। माना जाता है कि सबसे ज्यादा तंत्र साधना बंगाल में होती है। कोलकाता के कालीघाट मंदिर ऐसा दिखाई भी देता है। भूत पिशाच, आत्मा से परेशान लोग यहां अपना इलाज कराने आते हैं। इस मंदिर का माहौल इतना भयानक होता है कि नॉर्मल इंसान देखकर डर जाए। कोलकाता के इस मंदिर में तंत्र-साधना सिखाई जाती है और भूत, पिशाच, दुष्ट आत्माओं को भगाया जाता है। जो लोग इन बाधाओं से पीड़ित हैं वो यहां अपना इलाज कराने ज़रुर आते हैं।
देवजी महाराज मंदिर, मध्यप्रदेश
भूत-पिशाच भगाने के लिए मध्यप्रदेश का देवजी महाराज मंदिर बहुत प्रसिद्ध है। इस मंदिर में चांदनी रात में भूत निकाले जाते हैं। कहते हैं कि जिन लोगों के भीतर बुरी आत्माओं का वास होता है, उनके अंदर से इन सायों को उतारने के लिए मंदिर के पुजारी पवित्र झाड़ू से वार करते हैं। यह भी मान्यता है कि भूतों को झाड़ू से बहुत डर लगता है। दिलचस्प बात है कि इस मंदिर में हर साल भूत मेला भी लगता है।
मालनामाई मंदिर, मध्य प्रदेश
ये मंदिर मध्य प्रदेश के गांव तालखमरा में प्रसिद्ध है। मंदिर की मान्यता है कि यहां पर लोगों में भूत का आना और बुरी आत्माओं से छुटकारा दिलाया जाता है। इसके साथ ही मानसिक रूप से परेशान लोगों का भी इलाज किया जाता है। कार्तिक पूर्णिमा पर यहां मेला लगता है जिसमे तांत्रिकों क्रियाओं के माध्यम से लोगों के अंदर आए भूतो को भगाया जाता है। सदियों पुराना ये मेला करीब 15 दिन तक चलता है। यहां दूर-दूर से श्रद्धालु बड़ी आस्था के साथ अपनी मनोकामना लेकर आते हैं।
कष्टभंजन देव हनुमानजी मंदिर, गुजरात
गुजरात के कष्टभंजन हनुमानजी मंदिर में लोगों के अंदर से भूत भगाने का दावा किया जाता है। दुष्ट आत्माओं से पीड़ित लोग अक्सर यहां अपना इलाज कराने आते हैं। हनुमान जी के इस मंदिर में कई लोगों ने बुरी आत्माओं और सायों से छुटकारा पाने का दावा किया है। इस मंदिर में लोगों के अंदर से भूत उतारे जाते हैं। जो लोग भूर बाधा से परेशान हैं वो यहां जाकर दुष्ट आत्माओं से छुटकारा पा लेते हैं। ये मंदिर इन सब चीजों के लिए बहुत फेमस है। यहां भक्तों का हर दिन तांता लगा रहता है।
चंडी देवी मंदिर, हरिद्वार
हरिद्वार उत्तराखंड का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। यहां चंडी देवी का मंदिर, भूत और बुरी आत्माओं को भगाने के लिए काफी मशहूर है। चंडी देवी को क्रोध की देवी कहा जाता है, इसलिए जिन लोगों पर भूतों का साया होता है, वो यहां आकर अपने आप ही उतर जाता है।