बिना पैसों के भी हरिद्वार में हो सकता हैं गुजारा, इन आश्रमों में हैं रहने और खाने की फ्री व्यवस्था
By: Neha Thu, 01 Dec 2022 3:31:54
जब भी कभी उत्तराखंड में पर्यटन की बात आती हैं या धार्मिक स्थल की चर्चा होती हैं, तो हरिद्वार का नाम जरूर सामने आता हैं। यह पहाड़ियों के बीच में मौजूद एक प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है। हरिद्वार में हर दिन हजारों भक्त और पर्यटक आते हैं। जब भी लोग हरिद्वार पहुंचते हैं तो ऐसी जगह की तलाश में रहते हैं जहां रहने और खाने की व्यवस्था सस्ते में हो जाए। लेकिन वहीँ हरिद्वार में कई ऐसी जगहें हैं जहां रहने और खाने की फ्री व्यवस्था मिलती हैं और आप बिना पैसों के भी हरिद्वार में गुजारा कर सकते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको हरिद्वार में मौजूद कुछ आश्रमों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां सैलानियों के ठहरने के लिए फ्री में सुविधा मिलती है। आइये जानते हैं इन आश्रमों के बारे में...
शांति कुंज आश्रम
हरिद्वार का सबसे बड़ा आश्रम शांतिकुंज है जहां भक्तों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए साफ सफाई के साथ-साथ रहने तथा खाने-पीने की निशुल्क व्यवस्था उपलब्ध हैं। यह स्थान हर की पौड़ी में गंगा नदी के तट पर स्थित है जहां से गंगा का अद्भुत नजारा भी देखने को मिलता है आप चाहें तो अपनी सुविधा अनुसार यहां रहने की व्यवस्था बना सकते हैं यह हमारे लिस्ट में सबसे ऊपर आता है। यहां रुकने का सबसे बड़ा फायदा कि आप यहां कई देवी-देवताओं के दर्शन के साथ-साथ हरे भरे सुंदर बगीचे में घूमने का एक अलग ही अनुभव प्राप्त होता हैं।
व्यास आश्रम
व्यास आश्रम गंगा नदी के तट के समीप बना हुआ है। यहाँ पर रहने वाले कमरे बहुत साफ और स्वच्छ है। यदि आप इस आश्रम में रुकते है तो आपको खाना निशुल्क दिया जाता है। शाम के समय यहाँ से गंगा नदी का दृश्य बहुत ही अद्भुत दिखाई देता है। इस आश्रम में प्रतिदिन वेद व्यास जी की पूजा अर्चना की जाती है। जो लोग शांति की तलाश में है उन्हें यहाँ आकर आत्मशांति का अनुभव होता है। यहाँ पर पेड़ अधिक होने के कारण वातावरण बहुत ही मनोरम रहता है।
प्रेम नगर आश्रम
हरिद्वार में फ्री में ठहरने के लिए प्रेम नगर आश्रम भी एक बेस्ट स्थान है। इस आश्रम में एक पार्क भी है जिसमें आप शांत समय बिता सकते हैं। पानी के फव्वारे के साथ हरी-भरी हरियाली के साथ यह आश्रम ठहरने के लिए एक बेस्ट स्थान है। कहा जाता है कि इस आश्रम में लगभग आठ सौ कमरे हैं। हालांकि, कुछ लोगों का मानना है कि इस आश्रम में एक रात ठहरने के लिए लगभग 50 रुपये देना होता है। इस आश्रम में सुबह-शाम लंगर भी लगता है।
माँ आनंदामयी आश्रम
हरिद्वार में रहने के लिए आश्रम में माँ आनंददायी आश्रम भी अपना एक अलग स्थान रखता है। माँ आनंदामयी आश्रम भी प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों में से एक है। यह आश्रम हरिद्वार के कनखल में है। संत श्री माँ आनंदमयी की इस आश्रम में समाधी भी है। इस आश्रम में कई अन्य इमारतें भी बनी हुयी है। जैसे कि माँ आनंदमयी संग्रहालय, गायत्री यज्ञशाला, शंकराचार्य हॉल आदि जो की देखने योग्य है।
सप्त ऋषि आश्रम
सप्त ऋषि आश्रम को हरिद्वार में सबसे प्राचीन और सबसे सुंदर आश्रमों से एक माना जाता है। गंगा नदी से बहुत पास में होने के चलते यहां सबसे अधिक भक्त पहुंचते हैं। हालांकि, इस आश्रम को लेकर कहा जाता है कि यहां सिर्फ साधु-संत ही ठहर सकते हैं। इसके अलावा स्वयंसेवक भी इस आश्रम में ठहर सकते हैं। आश्रम में होने वाले योग क्लास में आप फ्री में हिस्सा ले सकते हैं। इस आश्रम में भी लंगर लगता है।
वाल्मीकि आश्रम
हरिद्वार में रहने के लिए आश्रम में वाल्मीकि आश्रम भी एक अच्छा चुनाव है । वाल्मीकि आश्रम में यदि आप तीन दिनों के लिए रहते है तो आपको रहना और खाना निशुल्क मिल जायेगा। और यदि आप तीन दिन से अधिक रहते है तो आपको रहने के लिए सस्ता किराया देना होगा। यह आश्रम रेलवे स्टेशन से कम दूरी पर स्थित है। पतंजलि योगपीठ के नजदीक होने के कारण लोग यहाँ रहने के लिए आते है। साथ ही इस आश्रम की व्यवस्थाएं उत्तम है। जिस कारण लोग यहाँ रहना पसंद करते है।
श्री जयराम आश्रम
हरिद्वार के सबसे पुराने आश्रमों में से एक जयराम आश्रम का निर्माण 1891 में श्री जयराम महाराज के द्वारा करवाया गया था तब से लेकर आज तक यहां मेहमानों के लिए रुकने की फ्री सुविधा प्रदान की जाती है। इसमें आधुनिक सुविधाओं के साथ 512 रोशन युक्त कमरे और शुद्ध वातावरण वाले हरे भरे बगीचे पानी के फव्वारे के साथ पूरा परिसर घिरा हुआ हुआ है। इसके अतिरिक्त यहां भजन कीर्तन, सांस्कृतिक अध्ययन, फ्री मेडिकल चेकअप तथा सामुदायिक विवाह जैसी गतिविधियां उपलब्ध।