आकर्षण का केंद्र बनती हैं भारत की ये 7 सबसे पवित्र नदियां, स्नान करने से धुल जाते है पाप
By: Ankur Mon, 25 Oct 2021 9:52:50
भारत एक विशाल देश हैं जिसकी भौगौलिक स्थिति बेहद विस्तृत हैं। इस भोगौलिक स्थिति में नदियों का बड़ा महत्व हैं जो देश के विभिन्न हिस्सों में पानी की भरपाई को पूरा करती हैं। नदियों के पानी का इस्तेमाल खेती, पीने, रिवर राफ्टिंग या कई अन्य कामों में भी किया जाता हैं। इसी तरह कई नदियां अपना धार्मिक महत्व भी रखती हैं जिसमें स्नान करने मात्र से ही पाप धुल जाते है। आज इस कड़ी में हम आपको भारत की कुछ प्रमुख पवित्र नदियों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आकर्षण का केंद्र बनती हैं।
गंगा नदी
हिमालय में गौमुख से निकलकर बंगाल की खाड़ी की और बहती हुई गंगा नदी भारत की सबसे पवित्र नदी है और भारत की सबसे लंबी नदी है। नदी को भारत की “राष्ट्रीय नदी” घोषित किया गया है। भारत के साथ साथ विदेशो से लोग गंगा नदी में एक पवित्र स्नान के लिए हजारों किलोमीटर से यहाँ आते है। कहा जाता है गंगा नदी के दर्शन मात्र से पापों से मुक्ति मिल जाती है तो सोचिये गंगा नदी में स्नान कितना महत्त्व होगा। यह भी मान्यता है की गंगा नदी में अस्थियाँ विसर्जन करने से मरे हुए व्यक्ति की आत्मा को स्वर्ग की प्राप्ति होती है। इलाहाबाद, वाराणसी, गंगा नदी के किनारे वसे सबसे पवित्र शहर है। वाराणसी के तट से हर रोज गंगा जी की पवित्र आरती भी की जाती है जिनमे बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते है।
गोदावरी नदी
भारत की सात सबसे नदियाँ में से एक गोदावरी नदी दक्षिण भारत की प्रमुख नदी है। गोदावरी नदी की पवित्रता और भक्तों का इसके प्रति आस्था और श्रद्धा भाव के कारण इस नदी को दक्षिणा गंगा के रूप में भी जाना जाता है। गोदावरी नदी का उद्गम स्थल महाराष्ट्र के नासिक जिले में त्र्यंबक पहाड़ियां है जो अतं में पूर्वी घाट की ओर बंगाल की खाड़ी में जाकर मिल जाती है। नासिक गोदावरी नदी के किनारे बसा सबसे पवित्र शहर है जो हर 12 साल में कुम्भ मेला की मेजबानी करता है। गोदावरी नदी की महिमा और पवित्रता कुछ ऐसी है की लोग कुम्भ मेले के अलावा अन्य अवसरों पर भी गोदावरी नदी में पवित्र स्नान के लिए इकट्ठा होते है।
नर्मदा नदी
नर्मदा नदी जिसे “माँ रेवा” के नाम से जाना जाता है,भारत की सात पवित्र नदियों में से एक है। नर्मदा नदी मध्य प्रदेश के अमरकंटक में मैकला पर्वतमाला से निकलती है और विंध्य और सतपुड़ा पर्वतमाला के बीच आम तौर पर दक्षिण-पश्चिम दिशा में बहती हुई खंभात की खाड़ी में जाकर मिल जाती है। नर्मदा नदी को मध्य प्रदेश की जीवन रेखा भी कहा जाता है। नर्मदा नदी का मध्य प्रदेश में धार्मिक महत्त्व भी काफी अधिक है जिसमे पूर्णिमा, अमावस्या जैसे अन्य पवित्र त्यौहार नर्मदा में स्नान की बिना पूरे नही होते है। बता दे हर पवित्र त्यौहार में लाखो श्रद्धालु माँ रेवा में डुबकी लगाते है और पापों से मुक्ति पाकर अपने आपको धन्य कराते है।
शिप्रा नदी
शिप्रा नदी मध्य प्रदेश में बहने वाली एक और प्रमुख नदी है जिसे हिंदू धर्म की सबसे पवित्र नदियों में से एक माना गया है। पवित्र नगरी उज्जैन इसके दाहिने किनारे पर स्थित है जो भारत में बारह प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक के लिए प्रसिद्ध है जिसे महाकालेश्वर के नाम से जाना जाता है। हर 12 साल में उज्जैन में कुंभ मेला उत्सव होता है जिस दौरान लाखों लोग पवित्र नदी शिप्रा में पवित्र स्नान और स्नान करते हैं। यह पवित्र नदी इंदौर के उज्जैनी मुंडला गांव की ककड़ी बड़ली नामक स्थान से निकलती है और चंबल नदी में जाकर मिल जाती है।
यमुना नदी
यमुना नदी भारतीय उपमहाद्वीप की एक प्रमुख नदी है, जो हिमालय पर्वत में यमुनोत्री के रूप में उभरती है और त्रिवेणी संगम, इलाहाबाद में गंगा में मिल जाती है। यह देश की सबसे पवित्र नदियों में से एक है जिसके किनारे वसे गोकुल और मथुरा सबसे पवित्र शहर है। जबकि इसका उद्गम स्थल यमुनोत्री भी श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र बना हुआ है जहाँ देश के विभिन्न कोनो से श्रद्धालु यमुना देवी के दर्शन और पवित्र स्नान के लिए आते है। टोंस, चंबल और गिरि नदियाँ यमुना की महत्वपूर्ण सहायक नदियाँ हैं, इलाहाबाद में गंगा में मिलने से पहले मंदाकिनी नदी यमुना नदी की अंतिम सहायक नदियाँ हैं। प्रसिद्ध ताजमहल भी आगरा में पवित्र हिंदू नदी यमुना के तट पर स्थित है।
सरस्वती नदी
सरस्वती एक प्राचीन नदी है जो वेदों में भी वर्णित है, जो वैदिक युग के दौरान उत्तर भारत में बहती थी। हालांकि आज उस प्राचीन नदी का भौतिक अस्तित्व नहीं है, जो कही रेगिस्तान में खो गई। भारत की सबसे पवित्र नदियों में से एक सरस्वती नदी शिवालिक पर्वतमाला, हिमालय से निकलकर त्रिवेणी संगम में जाकर मिलती है। इलाहाबाद में त्रिवेणी संगम 3 नदियों का संगम है, इन तीनों में से एक सरस्वती नदी भी है जिससे इस नदी की पवित्रता का अंदाजा लगाया जा सकता है। अक्सर भारत की सबसे पवित्र नदियों में गंगा, युमना और सरस्वती के नाम ही सबसे उपर लिए जाते है।
कावेरी नदी
कावेरी नदी भारत की सात सबसे पवित्र नदियों में अंतिम नदी है जो हिन्दुओं के लिए काफी महत्वपूर्ण स्थान रखती है। कावेरी नदी को दक्षिण भारत की अत्यंत पवित्र नदी माना जाता है। यह पश्चिमी घाट में ब्रह्मगिरी पहाड़ी से निकलती है और कर्नाटक और तमिलनाडु के हृदय स्थल से होकर गुजरती है। यह प्रायद्वीप की प्रमुख नदियों में से एक है जो पूर्व में बहती है और बंगाल की खाड़ी में गिरती है। मेट्टूर बांध कावेरी नदी पर बना एक बड़ा बांध है। कावेरी नदी का सुंदर शिवसमुद्रम जलप्रपात भारत का दूसरा सबसे बड़ा जलप्रपात है।
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