अगर यूरिन में बनता है झाग, ये हो सकते हैं कारण, इन बीमारियों का हो सकता है संकेत, हो जाए सावधान
By: Priyanka Maheshwari Fri, 08 Dec 2023 10:35:41
सेहत में किसी भी तरह की गड़बड़ी का पता आप मूत्र की मात्रा, रंग और गंध से लगा सकते हैं। अक्सर डाइट या किसी बीमारी या फिर कुछ खास दवाइयों के सेवन से यूरिन का कलर हल्का या गहरा पीला हो सकता है। बहुत से लोगों के यूरिन में कई बार झाग भी देखने को भी मिलता है। इसको क्लाउडी यूरिन या झागदार पेशाब कहा जाता है। यूरिन की स्पीड ज्यादा होने के कारण भी झाग नजर आता है। लेकिन अगर आपके यूरिन में झाग काफी ज्यादा नजर आने लगे और समय के साथ ही और भी बढ़ जाए तो यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है। तो अगर आपको भी अपने यूरिन में झाग नजर आ रहा है तो इसके साथ कुछ और लक्षणों पर भी ध्यान देना काफी जरूरी है। ये लक्षण आपको किसी गंभीर बीमारी के बारे में बता सकते हैं। जिससे आप समय रहते ठीक कर सकते हैं...
- हाथ, पैर, चेहरे और पेट में सूजन, यह किडनी डैमेज का संकेत हो सकता है
- थकान
- भूख कम लगना
- मितली
- उल्टी
- सोने में दिक्कत
- यूरिन कम बनना
- क्लाउडी यूरिन
- डार्क कलर का यूरिन
- अगर आप पुरुष हैं तो, ऑर्गेज्म के दौरान सीमन का बहुत कम या बिल्कुल भी ना आना।
- अगर आप पुरुष हैं तो, इंफर्टिलिटी और बच्चे पैदा करने में दिक्कत होना।
झागदार यूरिन के कारण
जब आप बहुत देर तर यूरिन को रोककर रखते हैं और फिर अचानक ने इसे पास करते हैं तो ज्यादा स्पीड होने के कारण यूरिन में झाग बन जाता है। लेकिन यह झाग कुछ ही देर में क्लियर हो जाता है। कई बार झाग का बनना यूरिन में प्रोटीन की अधिक मात्रा की ओर इशारा करता है। यूरिन में मौजूद ये प्रोटीन हवा के संपर्क में आने से झाग बनाता है। स्टाइलक्रेज में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, कई बार डिहाइड्रेशन की वजह से भी क्लाउडी यूरिन की समस्या हो जाती है। ऐसी स्तिथि में खूब पानी पिएं। यूटीआई की समस्या होने पर भी आप खूब पानी पिएं, ताकि दर्द, जलन कम हो सके। पानी शरीर से टॉक्सिन पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है, साथ ही इंफेक्शन का कारण बनने वाले माइक्रोऑर्गेनिज्म को भी कम करता है। इस तरह से लक्षणों से छुटकारा मिलता है।
यूरिन में झाग बनने के अन्य कारण
यूरिन में पस
यूरिन में पस बनना भी कई बार झागदार पेशाब की वजह बन सकता है। ब्लैडर इंफेक्शन, कैलमाइडिया, वेजाइनल इंफेक्शन या किडनी स्टोन की वजह से यूरिन में पस बन जाता हैं।
डिहाइड्रेशन
जब कोई व्यक्ति डिहाइड्रेटेड होता है तो उसके यूरिन का कलर काफी डार्क और गाढ़ा नजर आता है। ऐसा पानी का सेवन काफी कम मात्रा में करने के कारण होता है। पानी का सेवन कम करने से प्रोटीन यूरिन में डाइल्यूट नहीं हो पाता। प्रोटीन में कई ऐसी प्रॉपर्टीज होती हैं जिससे यूरिन पास करते समय उसमें झाग बन जाता है। अगर हाइड्रेटेड रहने के बाद भी किसी व्यक्ति के यूरिन में झाग नजर आता है तो यह किडनी डिजीज का एक लक्षण हो सकता है।
किडनी डिजीज
किडनी का मुख्य काम ब्लड में मौजूद प्रोटीन को फिल्टर करना होता है। प्रोटीन हमारे शरीर में फ्लूइड को बैलेंस करने में अहम भूमिका निभाता है। किडनी डैमेज होने पर या किडनी से जुड़ी कोई बीमारी होने पर ये प्रोटीन किडनी से लीक होकर यूरिन में मिल जाता है। एल्बुमिन एक तरह का प्रोटीन होता है जो हमारे खून में मौजूद होता है। जब आपकी किडनी पूरी तरह से सही से काम करती है तो यह इस प्रोटीन की बड़ी मात्रा को आपके यूरिन में नहीं जाने देती। लेकिन खराब किडनी ऐसा कर सकती है। अगर किसी व्यक्ति के यूरिन में लगातार झाग नजर आ रहा है तो यह प्रोटीन्यूरिया की और इशारा करता है जो कि किडनी डिजीज का एक शुरुआती लक्षण है।
डायबिटीज
शरीर में ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने के कारण भी किडनी में एल्बुमिन हाई लेवल में पास होता है। जिस कारण यूरिन झागदार नजर आता है।
क्या करें
इसके लिए आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। डॉक्टर आपका यूरिन टेस्ट करेंगे। जिसमें आपके यूरिन में मौजूद प्रोटीन की मात्रा को देखा जाता है। इसके अलावा डॉक्टर यूरिन में मौजूद प्रोटीन की क्रिएटिनिन से भी तुलना करते हैं। यूरिन में प्रोटीन का क्रिएटिनिन से ज्यादा होना किडनी डिजीज की ओर इशारा करता है।
कुछ घरेलू उपाय
ब्लूबेरी का जूस पिएं
सुबह आप सबसे पहले एक गिलास ब्लूबेरी से तैयार जूस पिएं। जब तक यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन, पेशाब से झाग आना या बदबू आना ना बंद हो जाए, इस जूस का सेवन करें। इस जूस में एंटीऑक्सीडेंट्स और कई अन्य कम्पाउंड मौजूद होते हैं, जो यूटीआई (UTI) का कारण बनने वाले बैक्टीरिया का नाश कर देते हैं। आप बेरीज में दूसरे फलों का भी सेवन नाश्ते में कर सकते हैं। आधा कप क्रेनबेरी जूस को आधा कप पानी में मिलाकर पी सकते हैं। ब्लूबेरी जूस की ही तरह क्रेनबेरी जूस भी यूटीआई, झागदार पेशाब का नेचुरल इलाज है।
अदरक क्लाउडी यूरिन में कारगर
अदरक कई तरह की समस्याओं को दूर करने के लिए एक बेहतरीन मसाला है। एक चम्मच सूखा अदरक या सोंठ, आधा चम्मच शहद और एक कप पानी लें। पानी को उबालें, इसमें अदरक को डालकर थोड़ी देर के लिए छोड़ दें। इसे छान लें और शहद मिला दें। अब इस हर्बल टी को धीरे-धीरे पिएं। दिन भर में दो बार यह चाय पिएंगे, तो अदरक में मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल तत्व ब्लैडर में होने वाले इंफ्लेमेशन और इंफेक्शन को कम करता है।
पिएं धनिया वाला पानी
यदि आपको यूटीआई या पेशाब में झाग आने की समस्या है, तो आप एक कप पानी में आधा चम्मच साबुत धनिया डालकर उबालें। जब पानी आधा हो जाए, तो इसे गुनगुना करके दिनभर में दो बार पिएं। धनिया के बीज में मूत्रवर्धक और रोगाणुरोधी तत्व मौजूद होते हैं। ये झागदार पेशाब और यूटीआई के लक्षणों को कम करते हैं।