
एक्ट्रेस विद्या बालन (46) ने अपनी पहली फिल्म ‘परिणीता’ से ही साबित कर दिया था कि वे लंबे समय तक लोगों के दिलों पर राज करने वाली हैं। बाद में विद्या ने ‘कहानी’ और ‘डर्टी पिक्चर’ सहित कई फिल्मों में शानदार अदाकारी का जादू चलाया। हालांकि एक फिल्म ऐसी भी थी जिसको करने के दौरान विद्या को डर लग रहा था। विद्या ने हाल ही फिल्मफेयर को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि जब उन्हें ‘पा’ फिल्म ऑफर हुई थी उस दौरान वह किसी भी चीज को लेकर ज्यादा श्योर नहीं थीं।
उन्होंने पहले तो मना ही कर दिया था लेकिन जब दोबारा स्क्रिप्ट पढ़ी और बार-बार पढ़ी तो उनके अंदर के एक्टर ने उन्हें ये रोल करने को कहा और उन्होंने अपने मन की सुनी। विद्या ने कहा कि इस फिल्म में काम करने को लेकर मेरे मन में प्रेशर तो पहले से था ही लेकिन इसके बाद भी मुझे काफी वॉर्न किया गया। मुझे कहा गया कि मैं अमिताभ बच्चन की मां का रोल कैसे कर सकती हूं। ये बहुत अजीब लगने वाला है। वो भी तब जब अभिषेक पहले से ही अमिताभ के पिता का रोल कर रहे हैं जो किसी को हजम नहीं होगा। लोग ऐसा कह रहे थे कि अगर मैं ऐसा रोल प्ले करती हूं तो इसके बाद मेरा करिअर पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।
मैं बाहर की आवाजों से बहुत डर गई थीं लेकिन जब मैंने मन की आवाज सुनी और फिल्म की टीम की तरफ से मुझे कॉन्फिडेंस मिला तो सबकुछ ठीक हो गया और मैंने ये रोल किया। विद्या ने बताया कि ‘परिणीता’ फिल्म के लिए प्रोड्यूसर विधु विनोद चोपड़ा ने उन्हें नाक की सर्जरी कराने की सलाह दी थी। उन्होंने मुझसे कहा, 'तुम्हारी नाक लंबी है, इसे ठीक करा लो।’ लेकिन मैंने मना कर दिया। मैंने अपने चेहरे पर कभी कोई बदलाव नहीं कराया, सिर्फ फेशियल करवा लिया करती हूं। मुझे खुद पर जैसी हूं, वैसा ही भरोसा है। विद्या के वर्कफ्रंट पर नजर डालें तो वह साल 2024 में दो फिल्मों ‘दो और दो प्यार’ तथा ‘भूल भुलैया 3’ में नजर आई थीं।

विद्या को फोटोशूट्स में कहा जाता था, 'चलो तुम्हें कम उम्र की और सेक्सी दिखाते हैं
विद्या बालन ने इंटरव्यू में करिअर की शुरुआती जर्नी को लेकर बात की। उन्होंने कहा कि ‘परिणीता’ मेरे लिए गेमचेंजर रही। मेरा कोई फिल्मी बैकग्राउंड नहीं था और उस स्तर की शुरुआत मिलना किसी सपने से कम नहीं था। लोग मुझे रातों-रात पहचानने लगे। अवार्ड्स मिलने लगे, बड़े डायरेक्टर्स कॉल करने लगे। हालांकि इस सफलता के बाद भी लुक्स को लेकर एक अलग तरह के दबाव का सामना करना पड़ा। विद्या ने कहा कि फोटोशूट्स के दौरान लोग कहते, 'चलो कुछ नया ट्राई करते हैं।’
उनकी बातों को सुनकर मैं सोचती थी कि तुमने मेरे बारे में क्या देखा है जो कुछ नया ट्राई करना चाहते हो? वे कहते थे, 'चलो तुम्हें कम उम्र और सेक्सी दिखाते हैं।’ और मैं एक्सपेरिमेंट करने के लिए तैयार थी। शुरुआत में मुझे ये सब एक्सप्लोर करना ठीक लगा, लेकिन एक वक्त के बाद ये बेहद थकाने वाला हो गया। मैं एक लड़की नहीं थी। मैं 26 साल की थी और पूरी तरह से एक महिला थी। मुझे ये 'कम उम्र दिखने' का दबाव बेवजह और परेशान करने वाला लगता था, खासकर शूट्स के दौरान...मैं बिल्कुल भी नहीं समझ पाती थी। मैंने कभी फिल्मी मैगजीन नहीं पढ़ी थी, न ही इंटरनेशनल ग्लॉसीज देखी थीं। एक्टिंग हमेशा मेरा फोकस था।














