आमिर खान की फिल्म ‘सितारे जमीं पर’ ने आखिरकार सिनेमाघरों में दस्तक दे दी है। फिल्म के पहले ही शो के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गई हैं और एक स्वर में कहा जा रहा है – ‘पुराना आमिर वापस आ गया है।’ वो आमिर, जो कहानी, भावना और सामाजिक संदेश का ऐसा मेल लेकर आते हैं जो दिल को छू जाता है। आठ साल के लंबे संघर्ष के बाद आमिर खान का यह कमबैक न केवल फिल्मी दृष्टि से महत्वपूर्ण है बल्कि उनके प्रशंसकों के लिए भावनात्मक पुनःप्राप्ति जैसा है।
सोशल मीडिया पर तारीफों की बाढ़, ‘सच्चे आमिर’ की वापसी
फिल्म को लेकर लोगों का उत्साह पहले दिन ही चरम पर रहा। ट्विटर (अब एक्स) पर कई दर्शकों ने फिल्म की भावनात्मक गहराई और आमिर की प्रस्तुति की दिल खोलकर सराहना की। एक यूज़र ने लिखा, “फिल्म भले ही रीमेक है लेकिन इसमें एक अलग आत्मा है। आमिर ने इसे पूरी ईमानदारी से परोसा है और 10 नए कलाकारों की प्रस्तुति भी शानदार है।”
एक अन्य यूज़र देव ने वीडियो साझा किया जिसमें एक महिला ने फिल्म देखकर कहा, “इस कहानी में भावनाएं हैं, एक स्त्री के तौर पर मैं इससे बेहद जुड़ाव महसूस करती हूं।” वहीं एक और दर्शक ने कहा, “फिल्म देखकर मन भर आया। आमिर की परिपक्वता, अनुभव और संवेदना सब एक साथ देखने को मिले। ये वही आमिर हैं, जो आदर्श और सच्चाई के साथ जुड़ते हैं।”
8 साल बाद पर्दे पर वापसी, संघर्ष से सफलता तक की कहानी
आमिर खान के करियर की बात करें तो वे एक समय बॉक्स ऑफिस के किंग थे। 2016 में आई उनकी फिल्म दंगल आज भी 2000 करोड़ रुपये की ऐतिहासिक कमाई के साथ भारतीय सिनेमा की सबसे कमाऊ फिल्मों में गिनी जाती है। लेकिन इसके बाद का समय आमिर के लिए उतार-चढ़ाव से भरा रहा।
2017 में आई सीक्रेट सुपरस्टार को छोड़ दें तो ठग्स ऑफ हिंदुस्तान (2018) और लाल सिंह चड्ढा (2022) दोनों ही बड़ी उम्मीदों के बावजूद बॉक्स ऑफिस पर असफल रहीं। खासकर लाल सिंह चड्ढा, जो हॉलीवुड फिल्म फॉरेस्ट गम्प की आधिकारिक रीमेक थी, उसे कड़ी आलोचना और बहिष्कार का सामना करना पड़ा।
इन विफलताओं के बाद आमिर खान ने फिल्मों से दूरी बनाई, खुद को ब्रेक दिया और पारिवारिक जीवन में ध्यान केंद्रित किया। इसी बीच उन्होंने ‘सितारे जमीन पर’ पर काम शुरू किया — एक फिल्म जो भावनाओं और सामाजिक दृष्टिकोण का गहरा संगम है।
फिल्म की कहानी और प्रस्तुति: रीमेक लेकिन सजीव
फिल्म सितारे जमीन पर असल में एक विदेशी फिल्म Champion की रीमेक है। लेकिन आमिर खान और निर्देशक आर.एस. प्रसन्ना ने इसे भारतीय सामाजिक संदर्भ और भावनात्मक तत्वों से इस तरह जोड़ा है कि यह पूरी तरह नयी लगती है।
कहानी एक ऐसे कोच की है, जो विशेष जरूरतों वाले बच्चों की बास्केटबॉल टीम को तैयार करता है और इस प्रक्रिया में न केवल उन्हें, बल्कि खुद को भी बदलता है। यह कहानी उन रिश्तों, संघर्षों और आत्मसम्मान की बात करती है जो आम जीवन में अक्सर अनदेखे रह जाते हैं।
आर एस प्रसन्ना का निर्देशन, नये कलाकारों की चमक
फिल्म के निर्देशक आर.एस. प्रसन्ना ने पहले शुभ मंगल सावधान जैसी संवेदनशील फिल्म बनाई थी और इस बार भी उन्होंने एक भावनात्मक मुद्दे को मुख्यधारा में उतारने की सफल कोशिश की है। फिल्म में 10 डेब्यू एक्टर्स हैं, जिन्होंने विशेष बच्चों की भूमिका निभाई है, और सोशल मीडिया पर इन्हें भी खूब सराहा जा रहा है।
इन नये चेहरों की ईमानदार अभिनय शैली ने दर्शकों को न केवल कहानी से जोड़े रखा, बल्कि उन बच्चों की दुनिया को करीब से समझने का अवसर भी दिया।
बॉक्स ऑफिस की संभावनाएं: क्या टूटेंगे रिकॉर्ड?
भले ही फिल्म एक रीमेक है और भावनात्मक विषयों पर आधारित है, लेकिन आमिर खान के नाम और पब्लिक रिएक्शन को देखते हुए यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन कर सकती है। पहले दिन के शो के बाद फिल्म समीक्षकों और दर्शकों की प्रतिक्रियाएं सकारात्मक रही हैं।
अगर यही प्रवाह जारी रहा तो यह फिल्म न केवल आमिर खान के करियर को पुनः ऊँचाई पर पहुंचा सकती है, बल्कि बॉलीवुड में भी संवेदनशील फिल्मों के लिए एक नई लहर ला सकती है।
‘आप की अदालत’ से लेकर सिनेमाघरों तक – आमिर की यात्रा
फिल्म रिलीज से पहले आमिर खान 'आप की अदालत' में नजर आए थे, जहां उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि उन्होंने यह फिल्म “पूरी ईमानदारी” से बनाई है। यह ईमानदारी अब दर्शकों को पर्दे पर भी दिख रही है और यही कारण है कि पब्लिक उन्हें एक बार फिर सर-आंखों पर बैठा रही है।
एक ‘भावुक वापसी’ का साक्षी बना दर्शक वर्ग
‘सितारे जमीन पर’ केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि आमिर खान की नई शुरुआत है – एक ऐसी वापसी जो हार, आलोचना और व्यक्तिगत संघर्षों से होकर निकली है। आमिर खान एक बार फिर साबित कर गए कि उनका सिनेमा सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी का नाम है।
अब देखना यह होगा कि आने वाले दिनों में बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म किस ऊंचाई को छूती है, लेकिन फिलहाल इतना तो तय है – आमिर की वापसी ने एक बार फिर सिनेमा प्रेमियों को भावनाओं से जोड़ दिया है।