
बॉलीवुड की दिग्गज अभिनेत्री और राज्यसभा सांसद जया बच्चन अपनी बेबाक राय और स्पष्टवादिता के लिए जानी जाती हैं। चाहे मीडिया से दो-टूक बोलना हो या सोशल मुद्दों पर अपनी सटीक राय देना—वो हमेशा बिना झिझक अपनी बात रखती हैं। सोशल मीडिया पर उनके ऐसे कई वीडियो वायरल हो चुके हैं जिसमें वो कभी पैपराजी को डांट लगाती नज़र आती हैं तो कभी सोशल मीडिया की प्रवृत्तियों पर तंज कसती हैं। अब उनका एक पुराना लेकिन भावनात्मक वीडियो एक बार फिर इंटरनेट पर वायरल हो रहा है, जिसमें वो अपनी नातिन नव्या नवेली नंदा से एंग्जाइटी और तनाव जैसे संवेदनशील मुद्दों पर बात करती दिख रही हैं।
इंटरनेट को बताया एंग्जाइटी की जड़
यह वीडियो दरअसल नव्या नवेली के पॉडकास्ट का हिस्सा है, जिसमें तीन पीढ़ियों की महिलाओं—जया बच्चन, उनकी बेटी श्वेता बच्चन नंदा और नातिन नव्या—के बीच खुलकर बातचीत होती है। इसी बातचीत में जया बच्चन यह स्वीकार करती हैं कि आज की पीढ़ी में एंग्जाइटी की बढ़ती समस्या के पीछे कहीं न कहीं इंटरनेट का बड़ा हाथ है। उनका कहना है कि आजकल युवा लगातार इंटरनेट पर मौजूद सूचनाओं, ट्रेंड्स और तुलना के दबाव में जी रहे हैं, जिससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
जया बच्चन ने कहा– “हमारे समय में ऐसा नहीं था”
वीडियो में जया बच्चन बड़ी सादगी से कहती हैं, "एंग्जाइटी अटैक तो हमने बचपन में सुना ही नहीं था। बचपन क्या, मिडलाइफ में भी नहीं सुना था। ये सब आज की बातें हैं।" वो आगे जोड़ती हैं, "ये सब तब होता है जब आप खुद को दूसरों से लगातार तुलना करने लगते हो—ये लड़की कैसी दिख रही है, उसके नेल्स कैसे हैं, मेकअप कैसा है… यही सब देखने से एंग्जाइटी आती है।" उन्होंने इसे "टू मच इंफॉर्मेशन" यानी जानकारी का ओवरलोड बताया, जो दिमाग पर बोझ बनकर बैठ जाता है।
श्वेता बच्चन ने रखी अलग राय
जहां जया बच्चन अपनी पीढ़ी के अनुभवों से बात कर रही थीं, वहीं उनकी बेटी श्वेता बच्चन नंदा ने उनकी राय से असहमति जताई। श्वेता ने बेहद विनम्रता से कहा कि एंग्जाइटी पहले भी होती थी, बस उस समय लोग इस पर खुलकर बात नहीं करते थे। आज की पीढ़ी ज्यादा जागरूक है और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुलकर बोलती है, इसलिए यह मुद्दा ज्यादा सामने आ रहा है।
यह बातचीत एक उदाहरण है कि कैसे पीढ़ियों के बीच मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सोच में अंतर होता है, लेकिन बातचीत से यह फासला कम किया जा सकता है। जया बच्चन का यह वीडियो न सिर्फ एक पीढ़ी की चिंता को उजागर करता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि आज के दौर में मानसिक स्वास्थ्य पर संवाद कितना जरूरी है।
जया का यह बयान जहां कुछ लोगों को पुरानी सोच लग सकता है, वहीं कई लोग उनकी चिंता को वास्तविक और गहराई से जुड़ा मान रहे हैं। यही वजह है कि यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रहा है और मानसिक स्वास्थ्य पर जरूरी चर्चा को जन्म दे रहा है।














