प्रेम कहानियों को आत्मा देने वाले निर्देशक इम्तियाज़ अली एक बार फिर सिनेमा में भावनाओं की नई परिभाषा रचने जा रहे हैं। उनकी अगली फिल्म का आधिकारिक एलान हो चुका है, जिसमें दिलजीत दोसांझ, नसीरुद्दीन शाह, शरवरी और वेदांग रैना जैसे प्रतिभाशाली कलाकार नजर आएंगे। यह फिल्म बेसाखी 2026 पर रिलीज़ होगी और इसकी शूटिंग अगस्त 2025 से शुरू की जाएगी।
दिल और देश की जड़ें जोड़ती कहानी
इम्तियाज़ अली की यह फिल्म सिर्फ एक प्रेम कहानी नहीं होगी, बल्कि इसकी आत्मा में उन सवालों की गूंज होगी जो किसी के वजूद, उसकी जमीन और उसकी पहचान से जुड़े हैं। फिल्म एक लड़का और एक लड़की के इमोशनल सफर की कहानी है, लेकिन वह यात्रा देश, घर और आत्मा के स्तर तक जाती है। निर्देशक ने फिल्म के भाव को बयां करते हुए ग़ालिब की एक पंक्ति साझा की:
"तुम मेरे पास होते हो गोया, जब कोई दूसरा नहीं होता।"
इसी भावना के इर्द-गिर्द पूरी फिल्म बुनी गई है।
AR रहमान, इरशाद कामिल और इम्तियाज़ की वापसी
संगीत प्रेमियों के लिए अच्छी खबर यह है कि फिल्म में ए.आर. रहमान, इरशाद कामिल और इम्तियाज़ अली की सुपरहिट तिकड़ी एक बार फिर साथ आ रही है। रॉकस्टार, हाईवे और तमाशा जैसी फिल्मों की तरह उम्मीद की जा रही है कि इस फिल्म का संगीत भी लंबे समय तक याद रखा जाएगा।
फिल्म की विशेषताएं – क्यों है यह फिल्म खास?
इस फिल्म की सबसे खास बात यह है कि इसका शीर्षक अभी तक गोपनीय रखा गया है, जिससे दर्शकों की उत्सुकता और भी बढ़ गई है। कहानी में जहां एक ओर रोमांस की कोमलता होगी, वहीं हास्य, परंपरा और आधुनिकता का संतुलन भी नजर आएगा। इसके साथ ही फिल्म में सामाजिक और राजनीतिक सवालों की हल्की-सी झलक भी दिखाई देगी, जो इसे सिर्फ प्रेम कहानी से आगे ले जाती है। यह कथा घरवापसी, नवजीवन और आत्मिक पुनर्जन्म जैसे गहरे विषयों को छूती है, और यह उन जटिल सवालों से भी टकराती है जो प्रेम और जड़ों से जुड़ी पहचान के बीच उभरते हैं।
पीढ़ियों का मेल – अनुभव और ऊर्जा का संगम
दिलजीत दोसांझ और नसीरुद्दीन शाह जैसे अनुभवी कलाकारों के साथ शरवरी और वेदांग रैना जैसे युवा चेहरे स्क्रीन पर नई ताजगी लेकर आएंगे। यह कास्टिंग फिल्म को न सिर्फ बहुआयामी बनाएगी बल्कि पीढ़ियों के बीच भावनात्मक संवाद की एक नई राह खोलेगी।
इम्तियाज़ अली की यह फिल्म सिर्फ पर्दे पर चलने वाली कहानी नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति की यात्रा होगी जो प्रेम, घर और पहचान को लेकर सवाल करता है। बेसाखी 2026 पर जब यह फिल्म रिलीज़ होगी, तो दर्शकों के लिए यह केवल सिनेमाई अनुभव नहीं, बल्कि आत्मिक अनुभव बन सकती है।