करण जौहर की आगामी फिल्म ‘होमबाउंड’ के सिनेमेटोग्राफर प्रतीक शाह एक बड़े विवाद में घिर गए हैं। ‘जुबली’ और ‘CTRL’ जैसी चर्चित फिल्मों में अपने कैमरा वर्क से नाम कमा चुके प्रतीक पर अब भावनात्मक और मानसिक शोषण के आरोप लगे हैं। फिल्ममेकर अभिनव सिंह और लेखिका सृष्टि रिया जैन ने प्रतीक पर कई महिलाओं को परेशान करने और दुर्व्यवहार करने के आरोप लगाए हैं।
सोशल मीडिया पर विरोध के बाद प्रतीक ने हटाया इंस्टाग्राम
जैसे ही सोशल मीडिया पर प्रतीक शाह को लेकर विरोध तेज़ हुआ, उन्होंने अपना इंस्टाग्राम अकाउंट डिलीट या डीएक्टिवेट कर दिया। अब उनकी प्रोफाइल सर्च करने पर “Sorry, this page isn’t available” जैसा संदेश दिखाई देता है। प्रतीक के खिलाफ बढ़ते आरोपों ने सोशल मीडिया पर व्यापक बहस को जन्म दिया है।
अभिनव सिंह ने किया खुलासा, मैं चुप नहीं रहूंगा
फिल्ममेकर अभिनव सिंह ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में खुलासा किया कि प्रतीक शाह ने कई महिलाओं को इमोशनली अब्यूज किया है। उन्होंने लिखा, “प्रतीक अपनी बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश करता है और लोगों को मानसिक रूप से परेशान करता है।” अभिनव का दावा है कि प्रतीक के खिलाफ बोलने के बाद करीब 20 महिलाओं ने उनसे संपर्क किया और कई चौंकाने वाले खुलासे किए। उन्होंने प्रतीक को ‘प्रीडेटर’ करार देते हुए लिखा, “जो लोग अब भी उसे काम दे रहे हैं, उन्हें शर्म आनी चाहिए।”
अपनी पोस्ट में अभिनव ने प्रतीक शाह को शिकारी प्रवृत्ति का व्यक्ति बताते हुए लिखा, “मुझसे संपर्क करने वाली महिलाओं की संख्या भयावह है। ऐसा लग रहा है जैसे मैं ‘बॉम्बशेल’ की मार्गोट रॉबी की स्थिति में हूं। मैं अब चुप नहीं बैठ सकता।” उन्होंने साफ कहा कि फिल्म इंडस्ट्री के कई लोग इस व्यवहार से वाकिफ हैं, फिर भी कोई कुछ नहीं बोलता।
सृष्टि रिया जैन का भी आरोप, शेयर किए स्क्रीनशॉट
फिल्ममेकर और लेखिका सृष्टि रिया जैन ने भी इंस्टाग्राम पर प्रतीक शाह के खिलाफ आवाज उठाई। उन्होंने लिखा कि प्रतीक पिछले चार साल से उन्हें अनचाहे और अनुचित मैसेज भेजता रहा है। उन्होंने कुछ स्क्रीनशॉट शेयर किए और एक Reddit पोस्ट की ओर इशारा किया जिसमें कई महिलाओं ने प्रतीक पर इसी तरह के आरोप लगाए थे।
सृष्टि ने तंज भरे अंदाज़ में लिखा, “इस आदमी ने साल की सबसे सहानुभूतिपूर्ण फिल्मों में से एक पर काम किया है — कम से कम इंटरव्यू में तो यही कहा गया है।”
प्रतीक शाह के खिलाफ उठे ये आरोप न केवल उनके करियर को संकट में डाल सकते हैं, बल्कि फिल्म इंडस्ट्री के उस तबके को भी कठघरे में खड़ा करते हैं, जो ऐसे मामलों पर चुप्पी साधे बैठा रहता है। ‘होमबाउंड’ जैसी चर्चित फिल्म से जुड़ा यह मामला अब एक गंभीर सामाजिक विमर्श का हिस्सा बनता जा रहा है।