एक्टर अर्जुन कपूर (39) हमेशा चर्चाओं में रहते हैं, फिर वजह चाहे उनकी निजी जिंदगी हो या फिल्में। फिलहाल अर्जुन ने अपनी दिवंगत सौतेली मां श्रीदेवी और चाचा अनिल कपूर की सुपरहिट फिल्म ‘मिस्टर इंडिया’ के बारे में खुलकर बात की है। अर्जुन के लिए यह फिल्म दिल का एक टुकड़ा है। उनका बचपन इसे बार-बार देखने में बीता है। अर्जुन ने चलचित्र टॉक्स से बातचीत में फिल्म के VFX, एडिट्स के बारे में बात करते हुए कहा कि मुझे नहीं पता कि उन्होंने क्या किया और कैसे किया। फिर भी यह बहुत साफ दिखता है।
मुझे लगता है तब सबसे अच्छी फिल्म बनाने के लिए धैर्य था। इसने उन्हें कुछ आरएंडडी और टेस्ट और गलती करने का समय दिया। यह उस समय की बहुत महंगी फिल्म थी। मेरे पिता ने मुझे बताया कि उन्होंने ‘मोगैम्बो’ का अड्डा दिखाने के लिए आरके स्टूडियो की 3 मंजिलें बुक की थीं। मैंने ‘मिस्टर इंडिया’ वीएचएस पर देख, देखकर वीएचएस प्लेयर खराब कर दिया। मैं उस फिल्म को देखे बिना खाना नहीं खाता था।
मैं ऐसा महसूस करता था कि अनिल चाचू ही ‘मिस्टर इंडिया’ हैं और वो गुम हो जाते हैं। फिल्म में जब छोटी बच्ची टीना की डेथ होती है वो सीन मैं नहीं देख पाता। मैं हमेशा उसे फास्ट-फॉरवर्ड कर देता हूं। मैं आज भी नहीं देख पाता। मुझे वह फिल्म दिल से याद है। गौरतलब है कि साल 1987 में आई ‘मिस्टर इंडिया’ को लोग शायद ही कभी भूल पाए। इस फिल्म को अमिताभ बच्चन जैसे दिग्गज ने रिजेक्ट कर दी थी। यह बाद में अनिल कपूर को मिली और फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया।
सिनेमा का जादू ही मुझे आकर्षित करता है : अर्जुन कपूर
अर्जुन का सपना कभी सिर्फ एक स्टार बनने का नहीं था, बल्कि वो फिल्में बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि जब मेरे पिता (बोनी कपूर) ‘रूप की रानी चोरो का राजा’ बना रहे थे, तब ही मेरे भीतर ये चिंगारी जली। सिनेमा का जादू ही मुझे आकर्षित करता है। हर चीज में लॉजिक होना जरूरी नहीं। यकीन ही उस भ्रम को बेचता है। मुझे कोरियन फिल्में और यूरोपियन सिनेमा बहुत पसंद है। मैं फिल्ममेकर बनना चाहता था। RKRCKR उस समय की सबसे महंगी फिल्म थी।
मैं मंत्रमुग्ध था और फिल्मों की खुशी मेरे साथ रह गई। मैं हमेशा फिल्म के बनने की प्रक्रिया जानना चाहता हूं और उसी में मुझे असली खुशी मिलती है। माइकल बे के ट्रेलर्स बेंचमार्क हैं। फिल्म के बेस्ट शॉट्स ट्रेलर में ही होते हैं। मैं ट्रेलर में फिल्म की एनर्जी महसूस करना चाहता हूं। ‘एनिमल’ का टीजर और ट्रेलर बहुत दमदार था। ‘पद्मावत’ का ट्रेलर खूबसूरत है। सिर्फ विजुअल्स दिखते हैं।
वो डायरेक्टर का ट्रेलर है। पूरा 3 मिनट लंबा है। ‘बाजीराव मस्तानी’ का ट्रेलर भी कमाल का था। अर्जुन की पिछली फिल्म इसी साल रिलीज हुई ‘मेरे हसबैंड की बीवी’ थी। इसमें उनके साथ रकुलप्रीत सिंह और भूमि पेडनेकर थीं। फिल्म फ्लॉप हो गई। इससे पहले पिछले साल दिवाली पर आई मूवी ‘सिंघम अगेन’ में वे विलेन के रूप में नजर आए थे।